राष्ट्रीय किसान दिवस पर उन्नतशील किसानों का एक्सपोजर विजिट, हाईटेक नर्सरी एवं प्राकृतिक खेती से हुए प्रभावित
राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर ग्राम कुंडाली कलां के उन्नतशील कृषक एवं महिला कृषकों ने बदनौर स्थित हाईटेक नर्सरी एवं कृषि विज्ञान केंद्र का भ्रमण किया। किसानों ने आधुनिक नर्सरी तकनीक, मशीनरी आधारित कार्यप्रणाली और प्राकृतिक खेती की वैज्ञानिक जानकारी प्राप्त की।
UNITED NEWS OF ASIA. जुनेद अहम्मद, विदिशा बदनौर। राष्ट्रीय किसान दिवस के उपलक्ष्य में ग्राम कुंडाली कलां के उन्नतशील कृषक भाई एवं महिला कृषकों द्वारा उन्नतशील कृषक राहुल देशमुख की हाईटेक नर्सरी बदनौर का भ्रमण किया गया। इस दौरान किसानों ने आधुनिक मशीनों द्वारा कोकोपीट रूट ट्रेनर में पौध शिफ्टिंग, पैकिंग एवं ग्राफ्टिंग की प्रक्रिया को प्रत्यक्ष देखा, जिससे वे अत्यंत प्रभावित हुए।
राहुल देशमुख ने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि उनकी नर्सरी से मध्य प्रदेश के 16 जिलों एवं महाराष्ट्र राज्य के 6 जिलों में पौधों की नियमित आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह मध्य प्रदेश की पहली हाईटेक नर्सरी है, जहाँ नर्सरी से जुड़े सभी कार्य मैनुअल के साथ-साथ आधुनिक मशीनरी द्वारा संपादित किए जाते हैं।
इसके पश्चात किसानों ने कृषि विज्ञान केंद्र का भ्रमण कर कृषि से जुड़ी विभिन्न उन्नत एवं वैज्ञानिक जानकारियाँ प्राप्त कीं। केंद्र शासन एवं मध्य प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने हेतु किसानों को प्राकृतिक आदानों की जानकारी दी गई। किसानों ने यह संकल्प लिया कि वे कम से कम एक-एक एकड़ भूमि में प्राकृतिक खेती अपनाकर अपने परिवार को स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएंगे।
हाईटेक नर्सरी बदनौर में किसानों को यह भी बताया गया कि नर्सरी का उचित रखरखाव एवं ग्राफ्टिंग तकनीक से तैयार पौधे किस प्रकार रोगमुक्त रहते हैं और खेतों में उत्पादन बढ़ाने में सहायक होते हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र में जीवामृत, पंचपर्णी, दशपर्णी एवं ब्रह्मास्त्र जैसे प्राकृतिक कृषि आदानों की जानकारी दी गई। डॉ. सुंदरलाल अलावा ने केंद्र में चल रहे ट्रायल प्लांट, विकसित तकनीकों एवं शासन द्वारा कृषि क्षेत्र में उपलब्ध वैज्ञानिक नवाचारों की विस्तृत जानकारी किसानों को दी।
इस एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम में उन्नतशील कृषक सुंदरलाल नागवंशी, मोहनलाल बेलवंशी, उमेश कुमार गोहिया, मिश्रा चंद्रपुरी, भाऊराव ठाकरे, सहदेव मनीष, ईवनति जितेंद्र चंचल, गगन ठाकरे, अशोक धुर्वे सहित महिला कृषकों ने भी भाग लिया। महिला कृषकों ने प्राकृतिक एवं उन्नत कृषि पद्धतियों को अपनाकर अन्य किसानों के साथ साझा करने की जिज्ञासा व्यक्त की।