धमतरी पुलिस की पहल: ग्राम सुरक्षा सुदृढ़ करने सिहावा थाना क्षेत्र के कोटवारों की बैठक आयोजित
पुलिस अधीक्षक धमतरी के मार्गदर्शन में सिहावा थाना परिसर में कोटवारों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें ग्राम सुरक्षा, मुसाफिर पंजी संधारण, किरायेदारों की जानकारी एवं संदिग्ध गतिविधियों पर त्वरित सूचना देने के निर्देश दिए गए।
UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी | पुलिस अधीक्षक धमतरी के मार्गदर्शन में ग्राम सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए सिहावा थाना परिसर में थाना क्षेत्र के समस्त कोटवारों की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य ग्राम स्तर पर सतर्कता, संवेदनशीलता एवं त्वरित सूचना प्रणाली को और अधिक मजबूत करना रहा।
बैठक के दौरान पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी मुसाफिर पंजी संधारण संबंधी दिशा-निर्देशों के पालन पर विशेष जोर दिया गया। थाना प्रभारी सिहावा द्वारा कोटवारों को निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्देश प्रदान किए गए—
मुसाफिर पंजी संधारण अनिवार्य
ग्राम में बाहर से आने वाले सभी व्यक्तियों (मुसाफिरों) का पूर्ण विवरण मुसाफिर पंजी में दर्ज करने तथा यह जानकारी समय-समय पर थाना सिहावा को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
किरायेदारों की जानकारी देना आवश्यक
गांव में निवास करने वाले नए किरायेदारों की संपूर्ण जानकारी तत्काल पुलिस को देने के निर्देश दिए गए, जिससे किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों पर समय रहते नियंत्रण किया जा सके।
संदिग्ध एवं असामाजिक तत्वों पर नजर
ग्राम में किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि, अपराध या असामाजिक तत्वों की मौजूदगी की सूचना तुरंत थाना को देने पर बल दिया गया।
सामुदायिक एवं सहभागी पुलिसिंग पर जोर
कानून-व्यवस्था बनाए रखने में कोटवारों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए सामुदायिक सहभागिता को मजबूत करने की बात कही गई।
थाना प्रभारी सिहावा ने कोटवारों को संबोधित करते हुए कहा—
“ग्राम स्तर पर सक्रिय निगरानी और समय पर सूचना देना अपराध नियंत्रण की सबसे मजबूत कड़ी है। कोटवार ग्राम समाज और पुलिस के बीच महत्वपूर्ण सेतु हैं।”
बैठक के अंत में सभी कोटवारों ने पुलिस प्रशासन को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।
पुलिस अधीक्षक धमतरी ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वे कोटवारों की नियमित बैठक आयोजित कर उन्हें सुरक्षा व्यवस्था, संदिग्ध गतिविधियों, मुसाफिर पंजी एवं किरायेदार सत्यापन संबंधी दिशा-निर्देशों से लगातार अवगत कराते रहें, ताकि जिले में कानून-व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।