रायपुर में निःशुल्क जीवन विद्या शिविर: परिवार में शिकायतमुक्त जीवन के लिए मानव चेतना को बढ़ावा
रायपुर के श्री अग्रसेनधाम में अभ्युदय संस्थान द्वारा आयोजित निःशुल्क जीवन विद्या शिविर का शुभारंभ किया गया। प्रबोधक सोमदेव त्यागी ने कहा कि मानव ने भौतिक रूप से तरक्की कर ली है, लेकिन परिवार में शिकायतमुक्त और अभावमुक्त जीवन अभी भी कठिन है। शिविर में भाव, विचार और मानसिक संतुलन के माध्यम से बेहतर मानव और सुखी जीवन बनाने के उपाय सिखाए जाएंगे।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। अभ्युदय संस्थान अछोटी द्वारा आयोजित जीवन विद्या परिचय शिविर का शुभारंभ आज से अग्रसेनधाम छोकरानाला रायपुर में किया गया। प्रबोधक सोमदेव त्यागी ने कहा कि मानव ने जंगल युग से लेकर आज के स्वर्णिम युग तक भौतिक रूप से अत्यधिक तरक्की कर ली है, लेकिन परिवार अभी भी शिकायतमुक्त और अभावमुक्त नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि आज हम डॉक्टर और इंजीनियर तो बन गए हैं, पर अच्छे इंसान और बेहतर संबंध बनाने में अभी भी चुनौतियाँ हैं।
श्रद्धेय अग्रहार नागराज के मार्गदर्शन में आयोजित अस्तित्वमूलक मानव केंद्रित जीवन विद्या शिविर 13 अक्टूबर तक प्रतिदिन चार सत्रों में आयोजित होगा। शिविर का उद्देश्य भाव और विचारों के माध्यम से मानसिक संतुलन और बेहतर मानव निर्माण करना है।
सोमदेव त्यागी ने कहा कि आज मानव अपनी भौतिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है, लेकिन मानसिक संतोष और निरंतर सुख प्राप्ति के लिए उसे अपने विचार और भावों को समझना जरूरी है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जैसे पढ़ाई और विज्ञान के माध्यम से इंजीनियर और डॉक्टर बन सकते हैं, उसी तरह मानसिक और भावनात्मक शिक्षा के माध्यम से बेहतर इंसान और शिकायतमुक्त परिवार बनाया जा सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि साधन सम्पन्न होने के बावजूद मनुष्य दुखी रह सकता है यदि उसके भाव और विचार संतुलित न हों। गरीब या अमीर, हर मानव में सोचने और निर्णय लेने की शक्ति समान है, और उसका परिणाम इसी पर निर्भर करता है कि वह उसे किस दिशा में लगाता है।
त्यागी ने यह भी स्पष्ट किया कि कोई भी मानव जानबूझकर गलती नहीं करना चाहता, लेकिन सही ज्ञान और समझ के अभाव में असंतोष उत्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि धर्म और अध्यात्म ने हजारों साल पहले ही निष्कर्ष दिया था कि इंद्रिय, धन और पद से वास्तविक सुख नहीं मिलता, बल्कि व्यक्ति के भाव और विचार से ही स्थायी संतोष प्राप्त किया जा सकता है।
शिविर के शुभारंभ अवसर पर अग्रवाल सभा के अध्यक्ष विजय अग्रवाल, महासचिव मनमोहन अग्रवाल, डॉ. संकेत ठाकुर, उत्तम लता जैन, अरुण एवं सुचित्रा दीदी उपस्थित रहीं। इस शिविर के माध्यम से प्रतिभागियों को अपने जीवन में संतोष, आत्मविश्वास और बेहतर संबंध बनाने की दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त होगा।