पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से जगमगाया माधुरी गुप्ता का घर, हरित ऊर्जा अपनाकर दिया पर्यावरण संरक्षण संदेश
कवर्धा की माधुरी गुप्ता ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ उठाकर अपने घर में 5 किलोवाट सोलर पैनल स्थापित किया। इससे उनका बिजली बिल शून्य हो गया और अतिरिक्त बिजली बेचकर आय भी अर्जित हो रही है। इस कदम ने उन्हें आर्थिक लाभ दिया और पर्यावरण संरक्षण में योगदान भी सुनिश्चित किया। छत्तीसगढ़ सरकार की वित्तीय सहायता से 1-3 किलोवाट सोलर प्लांट पर 45,000 से 1,08,000 रुपये तक की सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के खाते में दी जाती है।
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा । पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में एक प्रेरक उदाहरण पेश किया है कवर्धा की कालिका नगर निवासी माधुरी गुप्ता ने। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत उन्होंने अपने घर पर 5 किलोवाट का सोलर पैनल स्थापित किया, जिससे उनका मासिक बिजली बिल समाप्त हो गया और अतिरिक्त बिजली बेचकर आय अर्जित की जा रही है।
श्रीमती गुप्ता ने बताया कि पहले उनके घर का मासिक बिजली बिल 2000-2500 रुपये आता था। सोलर पैनल लगाने के बाद बिजली बिल शून्य हो गया और योजना के तहत 78,000 रुपये की सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में प्राप्त हुई। उन्होंने अपने अनुभव से प्रेरित होकर अन्य नागरिकों को भी हरित ऊर्जा अपनाने की सलाह दी।
कबीरधाम जिले के अधीक्षण अभियंता श्री रंजीत घोष ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन पीएम सूर्यघर योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को सोलर रूफटॉप प्लांट लगाने पर केंद्र एवं राज्य की संयुक्त वित्तीय सहायता प्रदान करता है। 1 किलोवाट प्लांट के लिए 45,000 रुपये और 3 किलोवाट या उससे अधिक क्षमता वाले प्लांट के लिए 1,08,000 रुपये तक की सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के खाते में दी जाती है।
सरकार का लक्ष्य वर्ष 2025-26 में 60,000 और 2026-27 में 70,000 सोलर पावर प्लांट स्थापित करना है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग बढ़ेगा।
माधुरी गुप्ता की सफलता कहानी यह साबित करती है कि जब हर घर सूरज की किरणों से ऊर्जा प्राप्त करेगा, तभी भारत ऊर्जा आत्मनिर्भर और पर्यावरण अनुकूल बन सकेगा।