धान खरीदी में कथित धांधली के विरोध में सुकमा में कांग्रेस का चक्का जाम, किसानों के समर्थन में NH-30 पर प्रदर्शन

सुकमा जिले में जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर धान खरीदी में कथित धांधली और किसानों को हो रही परेशानी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने NH-30 पर चक्का जाम किया। प्रदर्शन के दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों के हितों की रक्षा की मांग की गई।

Dec 22, 2025 - 11:05
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धान खरीदी में कथित धांधली के विरोध में सुकमा में कांग्रेस का चक्का जाम, किसानों के समर्थन में NH-30 पर प्रदर्शन

 UNITED NEWS OF ASIA. रीजेंट  गिरी, सुकमा। जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर सुकमा जिले सहित सभी ब्लॉकों में किसानों के समर्थन में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 (NH-30) पर चक्का जाम कर धान खरीदी व्यवस्था में कथित अनियमितताओं को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। चक्का जाम के कारण कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित रहा, वहीं मौके पर प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए था।

कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भाजपा सरकार द्वारा धान खरीदी प्रक्रिया में लगातार धांधली की जा रही है। किसानों को समर्थन मूल्य का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है और धान खरीदी के दौरान अनावश्यक कटौती कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि किसान पहले ही मौसम, लागत और बाजार की चुनौतियों से जूझ रहे हैं, ऐसे में धान खरीदी में कटौती और अव्यवस्था उनकी आर्थिक स्थिति को और कमजोर कर रही है।

चक्का जाम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और किसानों के हक में आवाज बुलंद की। वक्ताओं ने कहा कि यदि धान खरीदी में पारदर्शिता नहीं लाई गई और किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो कांग्रेस आगे भी आंदोलन को और तेज करेगी। उन्होंने मांग की कि किसानों से बिना किसी कटौती के समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जाए और खरीदी प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाया जाए।

कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि सुकमा जैसे आदिवासी और कृषि प्रधान जिले में किसानों की अनदेखी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पार्टी किसानों के हितों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करती रहेगी। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, स्थानीय नेता और किसान शामिल हुए।

कुल मिलाकर, सुकमा जिले में किया गया यह चक्का जाम किसानों की समस्याओं को लेकर बढ़ते असंतोष को दर्शाता है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन और सरकार इस आंदोलन पर क्या रुख अपनाती है और किसानों की मांगों के समाधान के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।