पचपेड़ी नाका के पास भूमि विवाद और धार्मिक स्थल तोड़फोड़ का गंभीर मामला, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

रायपुर के पचपेड़ी नाका क्षेत्र में शासकीय भूमि बताई जा रही जगह पर निजी स्वामित्व के दावे को लेकर विवाद गहराया। हनुमान मंदिर, मूर्ति और गौ सेवा शेड तोड़े जाने का आरोप, स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की।

Dec 16, 2025 - 18:23
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पचपेड़ी नाका के पास भूमि विवाद और धार्मिक स्थल तोड़फोड़ का गंभीर मामला, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

 UNITED NEWS OF ASIA.हसिब अख्तर, रायपुर। पचपेड़ी नाका के समीप पुजारी परिसर के ठीक सामने स्थित एक खाली भूमि को लेकर गंभीर विवाद सामने आया है। इस भूमि पर पारीक/पारेख नामक व्यक्ति द्वारा निजी स्वामित्व का दावा किया जा रहा है, जबकि स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह भूमि शासकीय है। स्थानीय लोगों के अनुसार, उक्त स्थल पर वर्षों पूर्व हनुमान जी का मंदिर स्थापित था, जिसे कुछ नागरिक लगभग 20 वर्ष पुराना बता रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों ने बताया कि हाल ही में हनुमान जी की नई मूर्ति लाकर स्थल पर रखी गई थी तथा आज उसकी प्राण-प्रतिष्ठा प्रस्तावित थी। इसके साथ ही गौ सेवा के उद्देश्य से एक टीन शेड लगाकर छोटा सा स्थान भी बनाया गया था।

आरोप है कि कल, हनुमान जी की नई मूर्ति लाए जाने के दौरान पारेख नामक व्यक्ति जेसीबी मशीन लेकर मौके पर पहुंचा और कथित रूप से मूर्ति, मंदिर की संरचना तथा गौ सेवा के लिए बनाए गए टीन शेड को तोड़ दिया। इस घटना के बाद वहां मौजूद बछियों को लेकर भी गंभीर आशंकाएं जताई जा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बछियां फिलहाल दिखाई नहीं दे रही हैं और उनकी मृत्यु कर दफनाए जाने की आशंका है, जिसकी खोजबीन की जा रही है।

इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह मामला न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है, बल्कि कानून-व्यवस्था और पशु संरक्षण से भी जुड़ा हुआ गंभीर विषय है।

नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि भूमि के स्वामित्व की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराई जाए, दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई हो, धार्मिक स्थल को हुए नुकसान की भरपाई करते हुए उसका पुनर्स्थापन किया जाए तथा गौवंश के संबंध में तत्काल सत्यापन कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

साथ ही प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए वस्तुस्थिति की जांच कर शीघ्र उचित निर्णय लिया जाए, ताकि क्षेत्र में सौहार्द और कानून का पालन सुनिश्चित हो सके।