विधानसभा में विधायक भावना बोहरा ने स्वास्थ्य, पर्यटन और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन का उठाया अहम मुद्दा
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों, पर्यटन स्थलों के विकास और उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रोत्साहन से जुड़े मुद्दों को सदन में प्रमुखता से उठाया। उन्होंने मेकाहारा अस्पताल की मशीनों, रिएजेंट किट्स की कमी, पर्यटन निवेश और खिलाड़ियों की सरकारी नियुक्ति नीति पर सरकार से जवाब मांगा।
UNITED NEWS OF ASIA. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं, पर्यटन स्थलों के विकास एवं उन्नयन तथा उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रोत्साहन से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों को सदन में उठाया। उन्होंने सरकार से इन क्षेत्रों में किए गए कार्यों, वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत जानकारी मांगी।
स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में भावना बोहरा ने प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय (मेकाहारा), रायपुर में रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी विभाग की मशीनों की स्थिति पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे, सोनोग्राफी जैसी प्रमुख मशीनें पिछले तीन माह या उससे अधिक समय से बंद हैं या नहीं, और ऐसी स्थिति में बीपीएल व आयुष्मान कार्ड धारकों को निजी लैब में कराई गई जांच की प्रतिपूर्ति का कोई प्रावधान है या नहीं। लिखित उत्तर में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि बीपीएल और आयुष्मान कार्ड धारकों को अस्पताल में उपलब्ध जांच नि:शुल्क दी जाती है तथा बाहर कराई गई जांच की प्रतिपूर्ति का प्रावधान नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल की कई मशीनें अपनी निर्धारित आयु पूर्ण कर चुकी हैं, जिस कारण वे वर्तमान में बंद हैं।
इसके साथ ही विधायक भावना बोहरा ने शासकीय अस्पतालों की लैब में रिएजेंट किट्स की उपलब्धता पर प्रश्न किया। स्वास्थ्य मंत्री ने उत्तर में बताया कि मांग के अनुरूप आपूर्ति हेतु प्रक्रिया जारी है और अस्पतालों को वार्षिक मांग का 10 प्रतिशत बफर स्टॉक रखने के निर्देश दिए गए हैं। कबीरधाम जिले के कई अस्पतालों में रिएजेंट किट्स की कमी की जानकारी देते हुए भावना बोहरा ने शीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
पर्यटन के विषय में विधायक ने पिछले पांच वर्षों में पर्यटन स्थलों के विकास, उन्नयन और रखरखाव पर हुए खर्च, पर्यटन से प्राप्त आय, नए पर्यटन स्थलों के विकास और पीपीपी मॉडल पर संचालित परियोजनाओं की जानकारी मांगी। मंत्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि पांच वर्षों में करीब 9707.63 लाख रुपये पर्यटन विकास पर खर्च किए गए और 40 करोड़ से अधिक की आय प्राप्त हुई है। नई पर्यटन नीति तैयार की जा रही है, जिसमें ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के प्रावधान होंगे।
वहीं उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की नीति पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि वर्तमान नियमों के तहत तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति का प्रावधान है, लेकिन पिछले पांच वर्षों में खेल विभाग के अंतर्गत किसी भी उत्कृष्ट खिलाड़ी को नौकरी प्रदान नहीं की गई है।
भावना बोहरा ने इन सभी विषयों पर सरकार से प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में सुधार से आम जनता, युवाओं और खिलाड़ियों को सीधा लाभ मिलेगा।