‘फिलिस्तीन कभी राष्ट्र नहीं बनेगा’ – पीएम नेतन्याहू UN में देशों की मान्यता पर भड़के, बताया खतरनाक कदम
फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया दी। ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन समेत कई देशों ने फिलिस्तीन को मान्यता दी है, जबकि नेतन्याहू ने इसे खतरनाक कदम बताया।

UNITED NEWS OF ASIA. यरुशलम । फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने के अंतरराष्ट्रीय फैसले ने पश्चिम एशिया की राजनीति को गर्मा दिया है। ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन ने रविवार को फिलिस्तीन को औपचारिक मान्यता प्रदान कर दी, वहीं फ्रांस और बेल्जियम भी जल्द ही ऐसा करने की तैयारी में हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क जोसेफ कार्नी ने कहा कि उनका देश 1947 से ही दो राष्ट्र सिद्धांत का समर्थन करता आ रहा है और यह कदम स्थायी शांति की दिशा में प्रयास है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने कहा कि यह फिलिस्तीनियों के आत्मनिर्णय की आकांक्षाओं को पूरा करने का ऐतिहासिक फैसला है। वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कदम फिलिस्तीन और इजरायल के बीच शांति की नई उम्मीद जगाएगा।
नेतन्याहू का तीखा विरोध
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस फैसले को “बेहद खतरनाक” बताया। उन्होंने कहा,
“जो लोग फिलिस्तीन को मान्यता दे रहे हैं वे आतंकवादियों को पुरस्कार दे रहे हैं। फिलिस्तीन कभी राष्ट्र नहीं बन पाएगा।”
नेतन्याहू ने साफ किया कि इजरायल इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में प्रतिक्रिया देगा और कैबिनेट की मीटिंग के बाद आगे की रणनीति तय होगी।कूटनीतिक हलचल
नेतन्याहू बुधवार को न्यूयॉर्क जाकर संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे और अगले सप्ताह तक स्वदेश लौटेंगे। माना जा रहा है कि अमेरिका की भूमिका भी इस मसले पर निर्णायक हो सकती है।
फिलिस्तीन को मान्यता देने वाले देश
संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 देशों में से अब तक भारत समेत 145 से अधिक देश फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दे चुके हैं। मौजूदा फैसला गाजा युद्धविराम और 7 अक्टूबर 2023 को अगवा किए गए बंधकों की रिहाई से जुड़े अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है।