उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल से तरेगांव जंगल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और राजानवागांव में पीएचसी उन्नयन की मिली स्वीकृति
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयासों से तरेगांव जंगल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और राजानवागांव उप स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन की स्वीकृति मिली। इससे बैगा व आदिवासी परिवारों को स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा लाभ मिलेगा।

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कबीरधाम जिले को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में एक बड़ी सौगात मिली है। उप मुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक विजय शर्मा के प्रयासों से बोड़ला विकासखंड के बैगा बाहुल्य क्षेत्र तरेगांव जंगल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और ग्राम राजानवागांव के उप स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन की स्वीकृति प्राप्त हुई है।
इस स्वीकृति के बाद जिले में अब कुल 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 7 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हो जाएंगे। इससे विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा सहित आदिवासी परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
नए पदों की स्वीकृति
राज्य शासन ने स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने के लिए कुल 49 नए पदों को मंजूरी दी है। इनमें 37 पद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए और 12 पद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए स्वीकृत हुए हैं। इनमें खंड चिकित्सा अधिकारी, विशेषज्ञ डॉक्टर, स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, ओटी टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय, आया और स्वीपर जैसे पद शामिल हैं।
इन नियुक्तियों से ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
उप मुख्यमंत्री ने जताया आभार
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस सौगात के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि “हर ग्रामीण और वनांचल क्षेत्र के नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराना।”
श्री शर्मा ने कहा कि पहले बीमार मरीज को शहर तक लाने में आदिवासी परिवारों का आधा दिन लग जाता था, अब उन्हें अपने ही क्षेत्र में इलाज मिल सकेगा।
जिलावासियों की खुशी
इस स्वीकृति के बाद पूरे कबीरधाम जिले में खुशी की लहर है। जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और इसे जिले को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया।