डोनाल्ड ट्रंप का नाइजीरिया को अल्टीमेटम – ‘अगर ईसाइयों की हत्याएं नहीं रुकीं तो होगी सैन्य कार्रवाई’

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाइजीरिया को चेतावनी दी है कि अगर देश में ईसाइयों की हत्याएं नहीं रुकीं तो अमेरिका आर्थिक मदद रोक देगा और जरूरत पड़ी तो सैन्य कार्रवाई भी करेगा। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि अब अमेरिका “शब्दों से नहीं, कार्रवाई से” जवाब देगा।

Nov 2, 2025 - 13:40
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डोनाल्ड ट्रंप का नाइजीरिया को अल्टीमेटम – ‘अगर ईसाइयों की हत्याएं नहीं रुकीं तो होगी सैन्य कार्रवाई’

UNITED NEWS OF ASIA. अमेरिका |  अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाइजीरिया को सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर देश में ईसाइयों की हत्याएं नहीं रुकीं, तो अमेरिका न केवल आर्थिक मदद रोक देगा बल्कि जरूरत पड़ी तो सैन्य हस्तक्षेप भी करेगा। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर लिखा कि नाइजीरिया में ईसाइयों का कत्लेआम अस्वीकार्य है और अब अमेरिका “शब्दों से नहीं, कार्रवाई से” जवाब देगा।

ट्रंप ने अमेरिकी रक्षा विभाग को संभावित सैन्य हस्तक्षेप की तैयारी करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा, “अगर हमला हुआ तो वह तेज, निर्णायक और निर्दय होगा — जैसे आतंकवादी हमारे ईसाई भाइयों पर हमला करते हैं।” उन्होंने चेतावनी दी कि अमेरिका अब निर्दोषों की हत्या पर मौन नहीं रहेगा।

ट्रंप ने नाइजीरिया को “स्पेशल कन्सर्न कंट्री” घोषित करते हुए कहा कि देश में ईसाइयों का अस्तित्व खतरे में है। उनके अनुसार, “हजारों ईसाइयों की हत्या की जा रही है, यह एक योजनाबद्ध नरसंहार है जिसके पीछे कट्टरपंथी ताकतें हैं।” उन्होंने अमेरिकी सांसदों से रिपोर्ट पेश करने का निर्देश भी दिया है ताकि मानवाधिकार उल्लंघन की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके।

वहीं, नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू ने ट्रंप के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि “देश में किसी धार्मिक समूह का उत्पीड़न नहीं हो रहा है।” सूचना मंत्री मोहम्मद इदरीस ने वॉशिंगटन पोस्ट से कहा कि “अमेरिकी दावे अतिरंजित और भ्रामक हैं।”

हाल के महीनों में नाइजीरिया में धार्मिक हिंसा और आतंकी हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताएं और गहरी हो गई हैं। ट्रंप का यह बयान उस तनाव को और बढ़ा सकता है