नेपा लिमिटेड में धूमधाम से मनाई गई बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, निबंध प्रतियोगिता व व्याख्यान के साथ जनजातीय गौरव का उत्सव

नेपानगर स्थित नेपा लिमिटेड में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती जनजातीय गौरव वर्ष 2025 के तहत गरिमामय रूप से मनाई गई। कार्यक्रम में निबंध प्रतियोगिता, व्याख्यान, आकाशवाणी विशेष वार्ता और अतिथि सम्मान सहित विविध गतिविधियाँ शामिल रहीं। वक्ताओं ने बिरसा मुंडा के आंदोलन, जनजातीय नायकों के योगदान और युवाओं में नशामुक्ति की आवश्यकता पर जोर दिया।

Nov 16, 2025 - 13:06
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नेपा लिमिटेड में धूमधाम से मनाई गई बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, निबंध प्रतियोगिता व व्याख्यान के साथ जनजातीय गौरव का उत्सव

  UNITED  NEWS OF ASIA.महेश किनगे, नेपानगर  | नेपानगर  से संवाददाता महेश किनगे के अनुसार, केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय के उपक्रम नेपा लिमिटेड में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती जनजातीय गौरव वर्ष 2025 के अंतर्गत अत्यंत गरिमामय और उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाई गई। संस्थान के ऑडिटोरियम में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम ने न केवल बिरसा मुंडा के बलिदान और संघर्ष को याद किया, बल्कि जनजातीय संस्कृति, परंपरा और अस्मिता के संरक्षण के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को भी पुनः दृढ़ किया। इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता, व्याख्यान कार्यक्रम और आकाशवाणी खंडवा से विशेष रेडियो वार्ता का प्रसारण आयोजन की मुख्य विशेषताएँ रहीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य सतर्कता अधिकारी विनीत कुमार (भारतीय राजस्व सेवा), सेवासदन महाविद्यालय की प्राध्यापक प्रोफेसर डॉ. अभिलाषा पांडेय, नेपा मिल श्रमिक संघ के अध्यक्ष प्रवीण सोनी तथा प्रबंधक पेपर मशीन कुमार देशमुख द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन और भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया गया। तत्पश्चात़ अतिथि वक्ता डॉ. अभिलाषा पांडेय का स्मृतिचिह्न एवं अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मान किया गया।

मुख्य सतर्कता अधिकारी विनीत कुमार ने अपने उद्बोधन में बिरसा मुंडा के जन-जन में प्रेरणा जगाने वाले योगदान को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का जल-जंगल-जमीन आंदोलन न केवल जनजातीय अधिकारों के पुनर्स्थापन का प्रतीक है, बल्कि आज भी सामाजिक न्याय की दिशा दिखाने वाला प्रकाशस्तंभ है। इसके साथ ही उन्होंने ‘नशा मुक्त भारत’ अभियान के तहत युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आधुनिक डिजिटल युग में युवा तेजी से ड्रग्स, तंबाकू, ई-सिगरेट और पार्टी कल्चर की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिरता और सामाजिक ताने-बाने पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने युवाओं को स्वस्थ, सशक्त और नशामुक्त जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया।

व्याख्यान सत्र में प्रोफेसर डॉ. अभिलाषा पांडेय ने राष्ट्रनिर्माण में जनजातीय नायक-नायिकाओं के योगदान पर विस्तृत और प्रेरक उद्बोधन दिया। उन्होंने बिरसा मुंडा के साथ टंट्या मामा भील, खूमा नायक, भीमा नायक, रानी दुर्गावती, वीरांगना ऊदा देवी, हीरासिंह डोंगरिया और देशभर के जनजातीय वीरों के बलिदान को नमन किया। उन्होंने कहा कि इन सभी नायकों ने भारत की सांस्कृतिक अस्मिता, स्वाभिमान और स्वतंत्रता के लिए अद्वितीय योगदान दिया है।

इससे पूर्व जनसंपर्क अधिकारी संदीप ठाकरे द्वारा तैयार विशेष रेडियो वार्ता का प्रसारण आकाशवाणी खंडवा से किया गया, जिसे उपस्थित अतिथियों ने सुना। कार्यक्रम में आयोजित निबंध प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किए गए और विजेताओं — ऋतिका भमोरे, सीएन वर्मा, नीलेश महाजन तथा सहभागिता पुरस्कार पाने वाले वेदांत वाघमारे और विक्रांत बरने — को ट्रॉफी व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी संदीप ठाकरे ने किया तथा आभार औद्योगिक संरक्षा विभाग के कंसल्टेंट किशन पटेल द्वारा व्यक्त किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में उपस्थितजन कार्यक्रम का हिस्सा बने।