बालोद में मनाया गया जनजातीय गौरव दिवस: सांसद भोजराज नाग ने आदिवासी इतिहास, संस्कृति और बलिदान को नमन किया

बालोद जिला मुख्यालय में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर भव्य जनजातीय गौरव दिवस समारोह आयोजित हुआ। सांसद भोजराज नाग ने आदिवासी समाज के योगदान, सांस्कृतिक विरासत और स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में नगर पालिका परिसर स्थित हॉल का नामकरण बिरसा मुंडा के नाम पर करने की घोषणा भी की गई। कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के लोग शामिल हुए।

Nov 16, 2025 - 13:29
Nov 16, 2025 - 13:50
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बालोद में मनाया गया जनजातीय गौरव दिवस: सांसद भोजराज नाग ने आदिवासी इतिहास, संस्कृति और बलिदान को नमन किया

 UNITED  NEWS OF ASIA.परस साहू, बालोद। जिला जनसंपर्क कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय बालोद में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आज भव्य जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बालोद के जय स्तंभ चौक स्थित नगर पालिका परिसर के सी-मार्ट में आयोजित इस कार्यक्रम में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद  भोजराज नाग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने जनजातीय समाज की गौरवशाली परंपरा, संघर्ष और राष्ट्र निर्माण में उनके असाधारण योगदान को याद करते हुए कहा कि आदिवासी समाज ने हमेशा देश की अस्मिता, संस्कृति और स्वाभिमान की रक्षा में अहम भूमिका निभाई है।

सांसद  नाग ने समारोह में उपस्थित जनप्रतिनिधियों और समाजजनों की मांग पर नगर पालिका परिषद बालोद के परिसर स्थित हॉल का नामकरण धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर किए जाने की घोषणा की, जिससे कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा भारत में जनजातीय चेतना, स्वतंत्रता संघर्ष और जल-जंगल-जमीन आंदोलन के महान नेतृत्वकर्ता थे, जिनकी गाथाएँ हर भारतीय को प्रेरित करती हैं।

अपने संबोधन में सांसद  नाग ने जनजातीय समाज के नायकों जैसे वीरांगना रानी दुर्गावती, शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद तिलका मांझी, शंकर शाह-रघुनाथ शाह, शहीद गैंद सिंह व देशभर के कई जननायकों के अदम्य साहस और बलिदान को विस्तार से याद किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज अपने अस्तित्व, संस्कृति, परंपरा और प्रकृति की रक्षा के लिए सदैव दृढ़ संकल्पित रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2021 से जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे जनजातीय नायकों को deserved स्थान मिला है।

समारोह में संजारी-बालोद की विधायक  संगीता सिन्हा, राज्य लघु वनोपज संघ के उपाध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष  तारणी पुष्पेंद्र चंद्राकर, नगर पालिका अध्यक्ष  प्रतिभा चौधरी, पूर्व विधायक, जनपद पंचायत अध्यक्ष, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि एवं समाज प्रमुखों सहित बड़ी संख्या में अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

कलेक्टर  दिव्या उमेश मिश्रा ने स्वागत भाषण में जनजातीय गौरव दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जिले में आयोजित आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत 186 गांवों में हुए लाभ संतृप्ति शिविरों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इन उल्लेखनीय कार्यों के लिए बालोद जिले को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा स्क्रीन फेलिसिटेशन अवार्ड प्रदान किया गया है, जो जिले के लिए गर्व की उपलब्धि है।

कार्यक्रम के दौरान भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीर नारायण सिंह और आदिवासी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके बाद जनजातीय समाज के स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों, उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज के प्रतिभाशाली युवाओं, विद्यार्थियों और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं और वंदे मातरम गीत की मनमोहक प्रस्तुति से समारोह का समापन हुआ, जिसमें पूरा परिसर राष्ट्रभक्ति और जनजातीय गौरव की भावना से भर उठा।