नवसृजन मंच ने मनाया 'बिटिया जन्मोत्सव', 201 नन्हीं देवियों के माता-पिता का किया सम्मान
छत्तीसगढ़ की सामाजिक संस्था नवसृजन मंच ने बिटिया जन्मोत्सव के अवसर पर 201 नन्हीं बेटियों के माता-पिता का सम्मान किया। कन्या पूजन और सम्मान समारोह में मंत्री गुरु खुशवंत साहिब और कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए। संस्था पिछले 11 वर्षों से बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए यह आयोजन कर रही है।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। छत्तीसगढ़ की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था नवसृजन मंच द्वारा आयोजित बिटिया जन्मोत्सव समारोह में 10 दिन से लेकर 6 माह तक की उम्र की 201 नन्हीं बेटियों के माता-पिता को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वृंदावन हाल उनकी किलकारियों से गुंजायमान रहा। पिछले 11 वर्षों से संस्था इस आयोजन के माध्यम से समाज में बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने का संदेश दे रही है।
कन्या पूजन से हुआ शुभारंभ, बेटियों को माता स्वरूप में किया पूजित
कार्यक्रम की शुरुआत कन्या पूजन और 201 बेटियों की आरती से हुई। मां दुर्गा का स्वरूप धारण की हुई नन्हीं जसलीन कौर, हाथों में त्रिशूल थामे विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। सभी बच्चियों को माता की चुनरी ओढ़ाकर पूजित किया गया।
मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहिब, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा, राज्य बाल अधिकार आयोग अध्यक्ष वर्णिका शर्मा और एनसीसी अधिकारी शीला खांडे सहित कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में यह आयोजन सम्पन्न हुआ।
गुरु खुशवंत साहिब ने कहा –
“नवरात्र के पावन अवसर पर बेटियों को सम्मानित करना कन्या पूजन का सजीव उदाहरण है। समाज में जहां बेटियों के जन्म को लेकर अब भी संकोच है, वहां ऐसे आयोजन प्रेरणा देते हैं।”
201 परिवारों को मिला सम्मानपत्र और ‘बेबी किट’
संस्था ने सभी 201 बेटियों के माता-पिता को सम्मानपत्र देकर गौरवान्वित किया। साथ ही एक विशेष बेबी किट भी भेंट की गई जिसमें फ्रॉक, साबुन, खिलौने, मच्छरदानी और लालन-पालन से जुड़ी अन्य आवश्यक वस्तुएँ शामिल थीं।
कार्यक्रम में सुकन्या योजना, नोनी योजना, मातृत्व समृद्धि योजना जैसे सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाए गए। पोस्ट ऑफिस शाखा द्वारा छोटी बच्चियों के आधार कार्ड भी बनाए गए।
कन्या शक्ति सम्मान से 9 महिलाओं को किया गया सम्मानित
आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 महिलाओं को कन्या शक्ति सम्मान प्रदान किया गया:
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डॉ. कामिनी बावनकर – प्रशासन
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डॉ. आशा जैन – स्त्री रोग विशेषज्ञ
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डॉ. प्रज्ञा सिंह – शिक्षा
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शुभा शुक्ला – लेखन एवं साहित्य
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रसिका पाण्डेय – पत्रकारिता
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मनतृप्त कौर संधू – स्काउट गाइड
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सुनंदा शर्मा – कवियत्री
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रत्ना बिश्वाश – योग प्रशिक्षिका
कन्या भोज और पोषण पर विशेष सत्र
आहार विशेषज्ञ श्रद्धा द्विवेदी ने माताओं को बच्चों के जन्म के बाद पोषण और आहार पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। कार्यक्रम के समापन पर पारंपरिक कन्या भोज आयोजित किया गया, जिसमें चना, पूरी और हलवे का प्रसाद वितरित किया गया।
नवसृजन मंच का यह अभिनव आयोजन समाज को यह सशक्त संदेश देता है कि “बेटी सिर्फ परिवार की नहीं, पूरे समाज की गरिमा है।” ऐसे प्रयास ही आने वाली पीढ़ियों में बेटियों के प्रति सम्मान और समानता की भावना को गहराई से स्थापित करेंगे।