मन की बात के 125वें एपिसोड में बोले पीएम मोदी: आत्मनिर्भर भारत और लता मंगेशकर की प्रेरक गाथा से लिया संकल्प
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 125वें एपिसोड में देशवासियों से संवाद करते हुए आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा, और भारतरत्न लता मंगेशकर की प्रेरक जीवन गाथा जैसे विषयों पर चर्चा की। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्थानीय उत्पादों को अपनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएं। धमतरी जिले के नगरी नगर पंचायत वार्ड क्रमांक 7 में भाजपा द्वारा आयोजित सामूहिक श्रवण कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने प्रधानमंत्री के विचारों को सुना और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, नगरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों से संवाद के अपने लोकप्रिय मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 125वें एपिसोड में अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में आधुनिक तकनीक ने देश को मजबूत बनाया है और आने वाले समय में इसका लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुँचना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर भारतरत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर को विशेष रूप से याद करते हुए कहा कि लता जी का जीवन हर भारतवासी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने अपने स्वरों से न केवल संगीत को नई ऊंचाई दी बल्कि देशभक्ति की भावना को भी सशक्त किया।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में चल रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दें और स्थानीय वस्तुओं के उपयोग को प्राथमिकता देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करें।
नगरी नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 7 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा सामूहिक श्रवण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान जिला अध्यक्ष प्रकाश बैस ने वहां उपस्थित वार्डवासियों एवं कार्यकर्ताओं से ‘आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी संकल्प पत्र’ भरवाया। कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष बलजीत छाबड़ा, पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन नाहटा, वरिष्ठ नेता वाजपेई, कमल डागा, नागेंद्र शुक्ला, मंडल महामंत्री रूपेंद्र साहू, पार्षद देवचरण ध्रुव, राजा पवार, चेलेश्वरी साहू, विनीता कोठारी, अंबिका ध्रुव सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवं नागरिक उपस्थित रहे।
जनसमूह ने प्रधानमंत्री मोदी के विचारों को ध्यानपूर्वक सुना और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया।