कोंडागांव में यात्री बसों की जांच, सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने पर 9 बसों से वसूला गया जुर्माना
कोंडागांव जिले में आरटीओ और परिवहन उड़नदस्ता जगदलपुर की संयुक्त टीम ने बसों की जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन न करने पर 9 बसों से कुल 18,500 रुपये शमन शुल्क वसूला गया। आरटीओ अतुल असैय्या ने बस संचालकों को सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने की चेतावनी दी।
UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कोंडागांव। जिले में यात्री बसों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोमवार को कोंडागांव क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) के नेतृत्व में परिवहन उड़नदस्ता जगदलपुर की टीम ने संयुक्त रूप से बसों की व्यापक जांच अभियान चलाया। यह कार्रवाई शहर के प्रमुख मार्गों और बस स्टैंड परिसर में की गई।
जांच के दौरान अधिकारियों ने बसों में अग्निशमन यंत्र, प्राथमिक उपचार किट, सीटिंग क्षमता, ड्राइवर की फिटनेस, दस्तावेजों की वैधता और सुरक्षा उपकरणों की स्थिति की जांच की। कई बसों में आवश्यक सुरक्षा मानकों का पालन न किए जाने पर टीम ने मौके पर ही जुर्माना लगाते हुए कार्यवाही की।
आरटीओ अतुल असैय्या ने बताया कि जांच के दौरान कुल 9 बसों से 18 हजार 500 रुपये का शमन शुल्क मोटरयान अधिनियम के तहत वसूला गया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि यह यात्रियों के जीवन से सीधे जुड़ा हुआ मामला है।
उन्होंने बताया कि जांच में यह पाया गया कि कई बसों में अग्निशमन यंत्र नहीं थे, कुछ वाहनों के फिटनेस प्रमाणपत्र की अवधि समाप्त हो चुकी थी और कुछ बसों में सुरक्षा उपकरण कार्यशील नहीं पाए गए। इन सभी मामलों में तत्काल चालान कर बस संचालकों को चेतावनी दी गई।
आरटीओ असैय्या ने बस चालकों और मालिकों को सख्त निर्देश दिए कि वे सभी वाहन संचालन से पूर्व सुरक्षा उपकरणों की जांच सुनिश्चित करें और नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह की सघन जांच अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि जिले में यातायात व्यवस्था और यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।
परिवहन उड़नदस्ता के अधिकारियों ने कहा कि यह अभियान राज्य सरकार की सड़क सुरक्षा नीति के अनुरूप चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य सड़क हादसों में कमी लाना और सार्वजनिक परिवहन को सुरक्षित बनाना है।
इस दौरान परिवहन टीम ने आम नागरिकों से भी अपील की कि वे बसों में यात्रा करते समय यदि किसी प्रकार की लापरवाही या सुरक्षा मानकों का उल्लंघन देखते हैं, तो इसकी जानकारी तत्काल परिवहन विभाग या आरटीओ कार्यालय को दें।
अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी यदि किसी बस में सुरक्षा नियमों की अनदेखी पाई गई, तो उसके परमिट निलंबन सहित कठोर कार्रवाई की जाएगी।
कोंडागांव आरटीओ कार्यालय के अनुसार, जिले में आगे भी यात्री सुरक्षा केंद्रित नियमित निरीक्षण अभियान जारी रहेगा, ताकि सार्वजनिक परिवहन को सुरक्षित, व्यवस्थित और जिम्मेदार बनाया जा सके।