कोरिया–सोनहत में जल जीवन मिशन की बड़ी पोल—44 टंकियां अधूरी, करोड़ों खर्च फिर भी ग्रामीण बूंद–बूंद पानी को तरसे

कोरिया जिले के सोनहत, कटगोड़ी और आसपास के गांवों में जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों खर्च के बावजूद 44 पानी टंकियां अधूरी, खराब या बेकार पड़ी हैं। कई गांवों में ‘नल है तो जल नहीं, जल है तो नल नहीं’ की स्थिति बनी हुई है। योजना में भारी भ्रष्टाचार, कमजोर मॉनिटरिंग और तकनीकी लापरवाही के आरोप सामने आए हैं।

Dec 4, 2025 - 15:35
 0  29
कोरिया–सोनहत में जल जीवन मिशन की बड़ी पोल—44 टंकियां अधूरी, करोड़ों खर्च फिर भी ग्रामीण बूंद–बूंद पानी को तरसे

UNITED NEWS OF ASIA.प्रदीप पाटकर, कोरिया | जिले के सोनहत विकासखण्ड में जल जीवन मिशन योजना की बदहाली चरम पर है जहां लगभग 5 करोड़ की लागत से बनाई जानी थी 44 पानी टंकियां लेकिन दो वर्षों में न तो सभी टंकियां बन पाई और न ही गांवों तक पानी पहुंच सका, कुछ टंकियां अधूरी हैं, कुछ का काम शुरू ही नहीं हुआ और कई पूरी होकर भी शोपीस बनी पड़ी हैं, पीएचई विभाग का दावा है कि 15 से 17 ग्रामों में पानी मिलना शुरू हो गया है लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है, अधिकांश जगहों पर ‘नल है तो जल नहीं, जल है तो नल नहीं’ की स्थिति है, करोड़ों खर्च की समूह आधारित जल प्रदाय योजना कटगोड़ी क्षेत्र में ठप है |

और पूर्व सरकार में स्वीकृत कटगोड़ी समूह जल प्रदाय योजना निरस्त होने से लगभग 35 गांवों तक पेयजल आपूर्ति रुक गई है, सोनहत ग्राम पंचायत में पानी टंकी बनते ही नल ठीहे टूट गए, पाइपलाइनें खराब हो गईं, नई टंकी तैयार है लेकिन कनेक्शन नहीं हुआ, भुनिहारिपारा, ओर्गाई, कैलाशपुर, सलगवां, परसा, बहरीपोड़ी, केशगवां और बलिया सहित कई गांवों में भारी भरकम टंकियां बनीं पर एक बूंद पानी नहीं पहुंचा, कुछ जगह क्रेडा के सोलर प्लांट से सीमित घरों को पानी मिल रहा है पर पीएचई की टंकियां सफेद हाथी साबित हो रही हैं |

 कटगोड़ी के दमुज, लब्जी, केराझरिया, तर्रा, बसेर, रावत सरई, लटमा और सुंदरपुर में भी नल कनेक्शन या पानी आपूर्ति नहीं, पराडोल, अकलासरई और भैसवार में लाखों की टंकियां बनीं लेकिन पानी का अता-पता नहीं, स्कूलों और आंगनबाड़ियों में रनिंग वाटर सप्लाई भी घटिया निर्माण के कारण फेल हो गई है, सप्लायरों का चार साल से भुगतान लंबित है और वे कर्ज में डूब गए हैं, क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता जयचंद सोनपाकर ने पीएचई का ब्लॉक स्तर पर कार्यालय खोलने की मांग की है क्योंकि विभाग के अधिकारी सोनहत में निवास भी नहीं करते, कार्यपालन अभियंता का कहना है कि क्रेडा को भुगतान न मिलने से 38 सोलर साइट्स में पंप नहीं लग पाया है, कुल मिलाकर कोरिया–सोनहत क्षेत्र में जल जीवन मिशन भ्रष्टाचार, लापरवाही और मॉनिटरिंग की कमी का शिकार होकर ग्रामीणों को पानी की समस्या से जूझने पर मजबूर कर रहा है।