"सत्य, धर्म और न्याय की ही होती है जीत" – विजयादशमी पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल का संदेश

राजधानी रायपुर में विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रावणभाठा और अन्य स्थानों पर आयोजित रावण दहन कार्यक्रमों में शामिल होकर प्रदेशवासियों को दशहरा और दिवाली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म और अहंकार पर विनम्रता की विजय का प्रतीक है, और हमें अपने अंदर की बुराइयों को खत्म कर न्याय और सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

Oct 3, 2025 - 12:46
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"सत्य, धर्म और न्याय की ही होती है जीत" – विजयादशमी पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल का संदेश

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक विजयादशमी राजधानी रायपुर में इस वर्ष भी परंपरागत और भव्य रूप से मनाया गया। इस अवसर पर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री बृजमोहन अग्रवाल रावणभाठा में आयोजित ऐतिहासिक रावण दहन महोत्सव में शामिल हुए। साथ ही उन्होंने सप्रे स्कूल बूढ़ापारा, सुंदर नगर, संतोषी नगर, छत्तीसगढ़ नगर और हरदेव लाला मंदिर परिसर टिकरापारा में आयोजित दशहरा समारोहों में भी शिरकत की।

सांसद अग्रवाल ने इस अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों को नवरात्रि, विजयादशमी और दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा,
“विजयादशमी का यह पर्व हमें यह संदेश देता है कि असत्य पर हमेशा सत्य की, अधर्म पर धर्म की, बुराई पर अच्छाई की और अहंकार पर विनम्रता की विजय होती है। चाहे इंसान कितना भी शक्तिशाली और बुद्धिमान क्यों न हो, अहंकार अंततः विनाश का कारण बनता है।”

उन्होंने कहा कि नौ दिनों तक मां दुर्गा की आराधना कर हमने शक्ति प्राप्त की है। यही शक्ति हमें जीवन में सफलता और प्रगति के मार्ग पर ले जाएगी तथा अन्याय, अत्याचार और अधर्म के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा देगी।

बृजमोहन अग्रवाल ने भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा,
“प्रभु श्रीराम ने अहंकारी रावण का नाश कर धर्म की स्थापना की थी। आज हमें भी संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने भीतर के अहंकार, लोभ, मोह, क्रोध और काम जैसी बुराइयों को समाप्त करेंगे और समाज में न्याय, सत्य और धर्म की स्थापना के लिए प्रयासरत रहेंगे।”

रायपुर में विजयादशमी के अवसर पर रावण दहन के कार्यक्रमों में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। आतिशबाज़ी और जय श्रीराम के नारों के बीच रावण के पुतले के दहन ने यह संदेश दिया कि चाहे बुराई कितनी भी प्रबल क्यों न हो, अंत में जीत हमेशा सत्य, धर्म और न्याय की ही होती है।