फेडरेशन की तीन दिवसीय प्रांतव्यापी हड़ताल को सफल बनाने कर्मचारियों ने बनाई रणनीति

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ब्लॉक शाखा नगरी की बैठक में 29, 30 और 31 दिसंबर को प्रस्तावित तीन दिवसीय प्रांतव्यापी काम बंद–कलम बंद हड़ताल को सफल बनाने के लिए रणनीति तैयार की गई। जिला पदाधिकारियों ने आंदोलन की रूपरेखा और उद्देश्य पर मार्गदर्शन दिया।

Dec 18, 2025 - 12:40
 0  20
फेडरेशन की तीन दिवसीय प्रांतव्यापी हड़ताल को सफल बनाने कर्मचारियों ने बनाई रणनीति

 UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी | छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की ब्लॉक शाखा नगरी की एक महत्वपूर्ण बैठक 17 दिसंबर 2025 को आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी 29, 30 एवं 31 दिसंबर 2025 को होने वाली तीसरे चरण की तीन दिवसीय प्रांतव्यापी काम बंद–कलम बंद हड़ताल को सफल बनाने हेतु विस्तृत रणनीति तैयार करना था।

बैठक में जिला संयोजक चंदूलाल चंद्राकर ने उपस्थित कर्मचारियों और अधिकारियों को आंदोलन की आवश्यकता, उद्देश्य तथा कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन कर्मचारियों की जायज मांगों को लेकर है और इसकी सफलता के लिए सभी विभागों के कर्मचारियों का एकजुट होना आवश्यक है।

बैठक की अध्यक्षता ब्लॉक संयोजक डोमार सिंह ध्रुव ने की। उन्होंने सभी विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों से आह्वान किया कि वे अपनी मांगों के समर्थन में एकजुट होकर तीन दिवसीय हड़ताल में सक्रिय सहभागिता निभाएं। उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती और अनुशासित भागीदारी ही आंदोलन को प्रभावी बनाएगी।

बैठक में शिक्षक संघ अध्यक्ष महेंद्र बोर्झा, प्राचार्य प्रेमलता ध्रुव, पी.सी. झा, निखिल मेश्राम, कुलेश कुंजाम और नीरज सोन ने भी अपने विचार रखते हुए आंदोलन को सफल बनाने के लिए आवश्यक सुझाव दिए।

बैठक के दौरान हड़ताल की रूपरेखा, विभागीय समन्वय, प्रचार-प्रसार की रणनीति और अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करने जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। सभी उपस्थित सदस्यों ने आंदोलन को सफल बनाने हेतु पूर्ण सहयोग और सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया।

इस अवसर पर जिला एवं ब्लॉक स्तर के अनेक पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे, जिनमें जिला सचिव राजकुमार सिन्हा, जिला सचिव लोकेश कुमार साहू, जिला अध्यक्ष जितेंद्र नेताम, ब्लॉक सह संयोजक सुरेंद्र कुमार साहू, विभिन्न कर्मचारी संघों के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल थे। बैठक के समापन पर आंदोलन को संगठित एवं प्रभावी रूप से आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया गया।