डीएमएफ मद से आजीविका संवर्धन की पहल: बोड़ला के थुहापानी में कृत्रिम मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण सम्पन्न
कबीरधाम जिले के आकांक्षी विकासखण्ड बोड़ला अंतर्गत ग्राम थुहापानी में जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) मद से कृत्रिम मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिससे ग्रामीणों को स्वरोजगार एवं अतिरिक्त आय के अवसर मिलेंगे।
UNITED NEWS OF ASIA. कबीरधाम | कलेक्टर जिला कबीरधाम के तत्वाधान में जिला खनिज न्यास (डी.एम.एफ.) मद अंतर्गत आकांक्षी विकासखण्ड बोड़ला की ग्राम पंचायत चोरभट्टी के आश्रित ग्राम थुहापानी में आजीविका संवर्धन हेतु कृत्रिम मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम वनमंडलाधिकारी कवर्धा के निर्देशन, उपवनमंडलाधिकारी कवर्धा के मार्गदर्शन एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी कवर्धा के नेतृत्व में दिनांक 15 दिसंबर 2025 से 18 दिसंबर 2025 तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में एन.जी.ओ. ग्राम विकास खोज केन्द्र (सी.डी.व्ही.डी.), मंडला द्वारा चयनित हितग्राहियों को मधुमक्खी पालन की उन्नत एवं वैज्ञानिक तकनीकों की विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि कृत्रिम मधुमक्खी पालन से ग्रामीणों को अतिरिक्त एवं सतत आय के अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, प्राकृतिक परागण की प्रक्रिया से कृषि उत्पादन एवं गुणवत्ता में वृद्धि होगी, जिससे किसानों को भी अप्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर 20 चयनित हितग्राहियों को मधुमक्खी पालन किट का वितरण किया गया। अधिकारियों ने बताया कि आगामी चरण में अन्य हितग्राहियों को भी प्रशिक्षण एवं किट वितरण किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण इस स्वरोजगार गतिविधि से जुड़ सकें।
इसके साथ ही शहद प्रसंस्करण केन्द्र, बोड़ला के माध्यम से मधुमक्खी पालन किट से उत्पादित शहद का वैज्ञानिक प्रसंस्करण किया जाएगा, जिससे शहद की गुणवत्ता एवं बाजार मूल्य में वृद्धि होगी और ग्रामीणों की आजीविका अधिक सुदृढ़ एवं सुनिश्चित हो सकेगी।
कार्यक्रम में वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारीगण एवं स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे। यह पहल जिले में स्वरोजगार, आत्मनिर्भरता एवं ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।