“भोरमदेव विद्यापीठ” के होनहारों ने बढ़ाया जिले का मान — राज्य स्तरीय परीक्षा में चौथा स्थान, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल बनी सफलता की आधारशिला
भोरमदेव विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने राज्य स्तरीय परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल से संचालित निःशुल्क कोचिंग ने युवाओं को सफलता की नई दिशा दी।

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कबीरधाम जिले के युवाओं के लिए शुरू की गई उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की अनूठी पहल “भोरमदेव विद्यापीठ” अब सफलता की नई मिसाल बन चुकी है। इस संस्थान से निःशुल्क कोचिंग प्राप्त कर जिले के कई युवा राज्य स्तरीय परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चयनित हुए हैं। हाल ही में घोषित परिणामों में भोरमदेव विद्यापीठ के प्रतिभाशाली छात्र देवनारायण साहू ने प्रयोगशाला परिचालक परीक्षा में प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त कर जिले का गौरव बढ़ाया है।
संस्थान की उपलब्धियों में अब तक नगर सेना में 5, प्रयोगशाला परिचारक के 2 और आबकारी आरक्षक के 1 अभ्यर्थी का चयन शामिल है। ये सफलताएँ इस तथ्य को प्रमाणित करती हैं कि समर्पित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिलने पर ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभा भी किसी से कम नहीं।
भोरमदेव विद्यापीठ में विद्यार्थियों को निःशुल्क उच्चस्तरीय तैयारी हेतु मॉडल टेस्ट, मॉक इंटरव्यू, करंट अफेयर्स क्लास, तथा टेस्ट सीरीज़ जैसी सुविधाएँ दी जा रही हैं। साथ ही, अनुभवी शिक्षकों द्वारा उत्तर लेखन, समय प्रबंधन और मानसिक दृढ़ता पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
यह संस्थान उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की पहल पर स्थापित किया गया था ताकि प्रतिभाशाली लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में अवसर मिल सके। संस्थान में आधुनिक लाइब्रेरी, ऑनलाइन लेक्चर, कैफेटेरिया, और अध्ययन सामग्री जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
भोरमदेव विद्यापीठ में समय-समय पर चयनित अधिकारीगण भी विद्यार्थियों से संवाद करते हैं और अपने अनुभव साझा करते हैं। इससे विद्यार्थियों में न केवल आत्मविश्वास बढ़ा है, बल्कि उन्हें सफलता के व्यावहारिक सूत्र भी मिले हैं।
10 मई 2025 से शुरू हुए इस संस्थान से अब पहले बैच की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि सही दिशा, अनुशासन और मेहनत से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी भी राज्य की शीर्ष सूची में स्थान बना सकते हैं।
भोरमदेव विद्यापीठ अब कबीरधाम जिले के युवाओं की उम्मीद और सफलता का नया केंद्र बन चुका है। यह पहल प्रदेश में शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में परिवर्तन की नई शुरुआत साबित हो रही है।