बीजापुर में नक्सलियों को करारा झटका: पामेड़ जंगलों से मिला मौत का जखीरा, कोबरा बटालियन ने नाकाम किए माओवादी मंसूबे
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। पामेड़ के घने जंगलों में कोबरा 208 बटालियन ने माओवादियों द्वारा छुपाए गए भारी मात्रा में विस्फोटक और घातक सामग्री बरामद की है। यह विस्फोटक जखीरा माओवादियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से गड्ढे में छुपा रखा था। बरामद सामग्री में गन पाउडर, बीजीएल शेल, कार्डेक्स वायर, आरडीएक्स, इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, इंप्रोवाइज्ड ग्रेनेड, रायफल बेयनेट और कॉम्बैक्ट ड्रेस सहित अन्य वस्तुएं शामिल हैं। इस कार्रवाई से सुरक्षा बलों ने माओवादियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है।

UNITED NEWS OF ASIA. पी सतीश कुमार, बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले के घोर माओवाद प्रभावित पामेड़ थाना क्षेत्र के कंचाल जंगलों में कोबरा 208 बटालियन के जवानों ने गश्त के दौरान एक गड्ढे में भारी मात्रा में विस्फोटक और घातक सामग्री बरामद की। यह सामग्री माओवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की मंशा से छुपाकर रखी थी।
सुरक्षा बलों द्वारा बरामद जखीरे में गन पाउडर, बीजीएल शेल, कार्डेक्स वायर, बीजीएल राउंड, आरडीएक्स, इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, इंप्रोवाइज्ड ग्रेनेड, क्रिस्टल शुगर, रायफल बेयनेट, स्पूल वायर, और कोबरा पैटर्न की कॉम्बैक्ट ड्रेस सहित कई दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, माओवादी इस विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल सुरक्षा बलों पर घात लगाने और बड़े हमले को अंजाम देने के लिए करने वाले थे, लेकिन कोबरा बटालियन की चौकसी और त्वरित कार्रवाई से उनके मंसूबों को समय रहते नाकाम कर दिया गया।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि इस कार्रवाई से माओवादी संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचा है और इलाके में उनका नेटवर्क कमजोर हुआ है। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि अन्य छुपाए गए हथियार और विस्फोटक सामग्री का भी पता लगाया जा सके।
यह सफलता न केवल सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि इससे स्थानीय लोगों में भी विश्वास बढ़ा है कि माओवादी हिंसा को समाप्त करने की दिशा में सरकार और बल पूरी मजबूती से काम कर रहे हैं।