4 दिन में बदली महाराजबंध तालाब की तस्वीर, सफाई अभियान में निकले चौंकाने वाले अपशिष्ट — शशिकांत यदु
रायपुर के महाराजबंध तालाब में चल रहे 14 दिवसीय सफाई अभियान के तहत भारी मात्रा में घरेलू, धार्मिक, चिकित्सकीय और प्लास्टिक अपशिष्ट निकाले गए हैं। ग्रीन आर्मी के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान से तालाब की स्थिति में स्पष्ट सुधार दिखाई देने लगा है।
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। महाराजबंध तालाब को स्वच्छ, सुरक्षित एवं जीवंत स्वरूप में लौटाने के उद्देश्य से संचालित महाराजबंध सफाई अभियान ने अपने 14 दिन सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिए हैं। अभियान के शुरुआती चार दिनों में ही तालाब की तस्वीर बदलती हुई दिखाई देने लगी, जिससे वर्षों से जमी गंदगी और अव्यवस्था की वास्तविक स्थिति सामने आई है।
महाराजबंध सफाई अभियान के प्रोग्राम डायरेक्टर शशिकांत यदु ने जानकारी देते हुए बताया कि सफाई के दौरान तालाब से घरेलू, धार्मिक, चिकित्सकीय एवं जैविक सभी प्रकार के अपशिष्ट निकाले गए हैं। अभियान में अब तक 46 गद्दे व तकिए, न्यूरो बैग, मेडिकल स्टूलमेंट, मरी हुई मछलियां, दुर्गा एवं गणेश की झांकियां तथा भारी मात्रा में अन्य कचरा बाहर निकाला जा चुका है। इसके साथ ही कई ट्रक भरकर सिंगल यूज प्लास्टिक भी तालाब से हटाया गया, जो लंबे समय से हो रहे अनियंत्रित अपशिष्ट प्रवाह को दर्शाता है।
इस अभियान का संचालन ग्रीन आर्मी के संस्थापक एवं प्रदेश अध्यक्ष के मार्गदर्शन में किया जा रहा है, जिनके अनुभव एवं दिशा-निर्देशन से सफाई कार्य को प्रभावी, व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ाया गया है।
लंबे समय से जमी गंदगी एवं ठहरे हुए प्रदूषित पानी के कारण तालाब का जलीय जीवन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। कई स्थानों पर मछलियों के मरने की स्थिति सामने आई है। जल की वास्तविक गुणवत्ता का आकलन करने हेतु भूजल विशेषज्ञ पाणिग्रही जी द्वारा पानी के नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे गए हैं। प्रारंभिक जांच में पानी को मानव उपयोग योग्य नहीं बताया गया है, जिसके आधार पर आगे की सुधारात्मक एवं पुनर्जीवन कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
अभियान के दौरान नगर निगम रायपुर द्वारा आवश्यक संसाधन सहयोग भी उपलब्ध कराया गया, जिससे सफाई कार्य सुचारु रूप से संचालित हो सका।
इस अभियान को सफल बनाने में ग्रीन आर्मी के समर्पित योद्धाओं की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है। दुर्गंध, कीचड़ और भारी मात्रा में अपशिष्ट के बीच स्वयंसेवकों ने प्रतिदिन अनुशासन, साहस और सेवा भाव के साथ श्रमदान किया। उनके सामूहिक प्रयासों से महाराजबंध तालाब की स्थिति में अब स्पष्ट सकारात्मक परिवर्तन दिखाई देने लगा है।
ग्रीन आर्मी संगठन द्वारा सभी स्वयंसेवकों की निष्ठा, मेहनत और समर्पण की मुक्त कंठ से सराहना की गई है।