महिला थाना देवास की प्रधान आरक्षक ₹10 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई

लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने महिला थाना देवास की प्रधान आरक्षक शाहीन खान को ₹10 हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। शिकायत पर सत्यापन के बाद ट्रैप कार्रवाई की गई, आगे की जांच जारी है।

Dec 24, 2025 - 11:07
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महिला थाना देवास की प्रधान आरक्षक ₹10 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई

 UNITED NEWS OF ASIA. आदित्य,  देवास | माननीय पुलिस महानिदेशक, लोकायुक्त भोपाल (मध्य प्रदेश) के निर्देशन में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन आनंद यादव के मार्गदर्शन में लोकायुक्त टीम ने महिला थाना देवास में पदस्थ प्रधान आरक्षक 771 शाहीन खान को ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई दिनांक 23 दिसंबर 2025 को ट्रैप दल के माध्यम से की गई, जिसकी आगे की जांच जारी है।

मामले की शुरुआत दिनांक 19 दिसंबर 2025 को हुई, जब आवेदक विशाल परमार ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन को एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की। शिकायत में बताया गया कि उनकी पत्नी अर्चना द्वारा महिला थाना देवास में मारपीट एवं दहेज प्रताड़ना से संबंधित शिकायत दर्ज कराई गई है। इस शिकायत पर प्रभावी कार्रवाई न करने के एवज में महिला थाना देवास की प्रधान आरक्षक शाहीन खान द्वारा ₹15,000 की रिश्वत की मांग की जा रही थी।

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लोकायुक्त उज्जैन द्वारा मामले का सत्यापन कराया गया। सत्यापन की जिम्मेदारी निरीक्षक दीपक के सेजवार को सौंपी गई, जिन्होंने जांच के दौरान शिकायत को प्रथम दृष्टया सही पाया। सत्यापन में रिश्वत मांगने के तथ्य पुष्ट होने के बाद लोकायुक्त कार्यालय द्वारा विधिवत ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई गई।

दिनांक 23 दिसंबर 2025 को गठित ट्रैप दल ने महिला थाना देवास में कार्रवाई करते हुए प्रधान आरक्षक शाहीन खान को आवेदक विशाल परमार से ₹10,000 की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। ट्रैप के दौरान सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं और मौके पर ही आरोपी महिला प्रधान आरक्षक को हिरासत में लिया गया।

लोकायुक्त अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है और इसमें किसी भी स्तर पर संलिप्तता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत वैधानिक प्रावधानों में प्रकरण दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि कानून व्यवस्था से जुड़े पदों पर रहते हुए यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्ट आचरण में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। लोकायुक्त की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई को आमजन के बीच सराहा जा रहा है, जिससे भ्रष्टाचार के विरुद्ध विश्वास और मजबूत हुआ है।