दरगांव में जुटीं तीन जिलों की महिलाएं, सामाजिक बुराइयों पर सीधा प्रहार
धमधा ब्लॉक के ग्राम दरगांव में महिला कमांडो की मासिक बैठक में दुर्ग, कबीरधाम और बालोद जिलों की महिलाओं ने एकजुट होकर सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष का संकल्प लिया। बैठक में साइबर अपराध, महिला सुरक्षा और सामाजिक जागरूकता पर विशेष चर्चा हुई।
UNITED NEWS OF ASIA. हेमंत पाल, धमधा (दुर्ग)। दुर्ग जिले के धमधा विकासखंड अंतर्गत ग्राम दरगांव में महिला कमांडो की मासिक बैठक सामाजिक चेतना और महिला सशक्तिकरण के मजबूत संदेश के साथ संपन्न हुई। इस बैठक में दुर्ग, कबीरधाम (कवर्धा) और बालोद जिलों से बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। महिलाओं ने एक स्वर में समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ निर्णायक भूमिका निभाने का संकल्प लिया।
बैठक में पुलिस विभाग की ओर से युवराज साहू पुलिस स्टाफ के साथ उपस्थित रहे। उन्होंने महिलाओं को साइबर क्राइम से बचाव के उपाय, यातायात नियमों की जानकारी और महिला अपराधों से जुड़े कानूनी प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही अपराध से बचाव का सबसे प्रभावी माध्यम है और महिलाएं यदि सजग रहें तो स्वयं के साथ-साथ पूरे समाज को सुरक्षित बना सकती हैं। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशा, घरेलू हिंसा और सामाजिक बुराइयों को रोकने में महिलाओं की भूमिका सबसे अहम है।
कार्यक्रम में शामिल पद्मश्री सम्मानित शमशाद बेगम ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि संगठित और जागरूक महिलाएं ही सशक्त समाज की नींव होती हैं। उन्होंने महिलाओं से बिना भय के सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने और अन्य महिलाओं को भी जागरूक करने का आह्वान किया।
बैठक के दौरान हिंसा, टोनही प्रथा, बाल विवाह, नशाखोरी, अंधविश्वास, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या और लिंग भेद जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सामूहिक संघर्ष का संकल्प लिया गया। साथ ही महिला एवं बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका में आगे लाने और गांव-गांव तक जागरूकता अभियान चलाने पर सहमति बनी।
समापन अवसर पर यह संदेश स्पष्ट रूप से सामने आया कि महिला कमांडो केवल एक संगठन नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली एक सशक्त सामाजिक शक्ति है, जो गांव-गांव तक परिवर्तन की अलख जगा रही है।