एक्ट्रेस-सिंगर सुलक्षणा पंडित के निधन पर सीएम विष्णुदेव साय ने जताया शोक, कहा – छत्तीसगढ़ की बेटी ने सुरों से रौशन किया प्रदेश का नाम
छत्तीसगढ़ मूल की प्रसिद्ध अभिनेत्री और गायिका सुलक्षणा पंडित के निधन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा कि सुलक्षणा ने अपने मधुर सुरों से न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को भी देशभर में फैलाया। सीएम ने दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। भारतीय सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री और मधुर स्वर साधिका सुलक्षणा पंडित के निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुलक्षणा छत्तीसगढ़ की बेटी थीं, जिन्होंने अपने सुरों और अभिनय से पूरे देश में प्रदेश का नाम रौशन किया।
सीएम साय ने अपने संवेदना संदेश में लिखा — “संगीत और अभिनय की उनकी यात्रा की जड़ें छत्तीसगढ़ के रायगढ़ की उस सांस्कृतिक मिट्टी से जुड़ी थीं, जहां संगीत केवल परंपरा नहीं, बल्कि जीवन की धारा है।” उन्होंने कहा कि रायगढ़ की पुरानी बस्ती के रामगुड़ी पारा स्थित अशर्फी देवी महिला चिकित्सालय में जन्मी सुलक्षणा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शासकीय बालिका विद्यालय, पैलेस रोड रायगढ़ से प्राप्त की थी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सुलक्षणा के पिता प्रताप नारायण पंडित, राजा चक्रधर सिंह के दरबार के प्रसिद्ध तबला वादक थे। उनके परिवार में संगीत केवल एक कला नहीं, बल्कि एक संस्कार था। सुलक्षणना ने इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बॉलीवुड में अपने मधुर स्वरों से एक अलग पहचान बनाई।
साय ने कहा — “उनकी आवाज में सादगी थी, भाव था और इस मिट्टी की सुगंध थी। छत्तीसगढ़ उनकी इस अमर संगीत यात्रा को नमन करता है।” मुख्यमंत्री ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें।
बता दें कि सुलक्षणा पंडित 70 के दशक में बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री और गायिका थीं। उन्होंने केवल 9 वर्ष की उम्र में गायन की शुरुआत की और 1967 की फिल्म ‘तकदीर’ में लता मंगेशकर के साथ ‘सात समंदर पार से’ गीत गाकर प्रसिद्धि पाई। उन्हें 1976 में फिल्म ‘संकल्प’ के गीत ‘तू ही सागर तू ही किनारा’ के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था।
उन्होंने 1975 की फिल्म ‘उलझन’ से बतौर अभिनेत्री बॉलीवुड में डेब्यू किया। सुलक्षणना का आखिरी प्लेबैक गीत 1996 की फिल्म ‘खामोशी: द म्यूजिकल’ में था, जिसे उनके भाइयों जतिन-ललित ने संगीतबद्ध किया था।
संगीत और अभिनय की दुनिया में सुलक्षणना पंडित का योगदान अमर रहेगा। रायगढ़ और छत्तीसगढ़ की जनता उन्हें सदा गर्व और सम्मान के साथ याद करेगी।
