बीजापुर में अपने ही आईईडी जाल में फंसे माओवादी, विस्फोट में महिला नक्सली घायल
बीजापुर जिले के मद्देड़ थाना क्षेत्र में माओवादियों की साजिश उन्हीं पर भारी पड़ गई। सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए जा रहे आईईडी में हुए विस्फोट में महिला माओवादी गुज्जा सोढ़ी घायल हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर सुरक्षा बलों ने उसे अस्पताल पहुंचाकर इलाज शुरू किया है। घायल महिला मद्देड़ एरिया कमेटी की सक्रिय सदस्य रही है।

UNITED NEWS OF ASIA. पी सतीश कुमार, बीजापुर | छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में माओवादियों की एक और साजिश उन्हीं पर भारी पड़ गई। सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के उद्देश्य से आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) लगाने के दौरान खुद माओवादी अपने ही जाल में फंस गए। विस्फोट में मद्देड़ एरिया कमेटी की सक्रिय महिला माओवादी गुज्जा सोढ़ी गंभीर रूप से घायल हो गई।
जानकारी के अनुसार, घटना मद्देड़ थाना क्षेत्र के बंदेपारा जंगलों की है, जहां माओवादी सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी लगाने में जुटे हुए थे। इसी दौरान किसी तकनीकी गलती या समय से पहले हुए विस्फोट की वजह से माओवादियों के बीच मौजूद गुज्जा सोढ़ी घायल हो गई।
घायल साथी को मौके पर ही छोड़कर अन्य माओवादी जंगल में फरार हो गए। बाद में स्थानीय ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों की टीम मौके पर पहुंची और घायल महिला नक्सली को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां उसका इलाज जारी है और फिलहाल उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बीजापुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में माओवादी अक्सर आईईडी लगाकर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। कई बार इन विस्फोटों की चपेट में निर्दोष ग्रामीण भी घायल हो जाते हैं या अपनी जान गंवा देते हैं। लेकिन इस बार उनकी चाल खुद उनके ही लिए जानलेवा साबित हुई।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, गुज्जा सोढ़ी लंबे समय से माओवादियों की मद्देड़ एरिया कमेटी में सक्रिय रही है और कई नक्सली घटनाओं में उसकी संलिप्तता रही है।
यह घटना इस बात का संकेत है कि सुरक्षा बलों पर हमला करने की माओवादी रणनीति अब उनके लिए ही खतरा बनती जा रही है। प्रशासन का मानना है कि यह घटनाक्रम स्थानीय युवाओं को भी इस हिंसक रास्ते से दूर रहने का संदेश देता है।