भारती विद्या मंदिर भेरूंदा के विद्यार्थियों ने संभागीय बैंड प्रतियोगिता में लहराया परचम, सीहोर जिले का किया नेतृत्व
भेरूंदा स्थित भारती विद्या मंदिर के विद्यार्थियों ने संभागीय स्तर पर आयोजित बैंड प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए सीहोर जिले का नेतृत्व किया। अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुति से विद्यालय को गौरवान्वित करते हुए टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस उपलब्धि पर विद्यालय परिवार ने छात्रों को बधाई दी।
UNITED NEWS OF ASIA. घनश्याम शर्मा, भेरूंदा/मध्यप्रदेश। जब बच्चों के भीतर जुनून और जज़्बा हो, तो सफलता स्वयं उनके कदम चूमती है। इसी कहावत को सच साबित किया है भेरूंदा के भारती विद्या मंदिर के विद्यार्थियों ने, जिन्होंने हाल ही में आयोजित संभागीय स्तर की बैंड प्रतियोगिता में सीहोर जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
संभागीय प्रतियोगिता में भाग लेते हुए विद्यालय की छात्राओं और छात्रों ने अपनी लय, अनुशासन और संगीत कौशल से सबका मन मोह लिया। उनकी शानदार प्रस्तुति को निर्णायकों ने सराहा और विद्यालय की टीम को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। यह उपलब्धि विद्यालय के लिए गर्व का क्षण रही।
विद्यालय के निदेशक श्री विनय यादव एवं प्राचार्य श्री अरुण पांडे ने विद्यार्थियों को इस सफलता के लिए हार्दिक बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि उनके समर्पण, अनुशासन और शिक्षकों की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा कि “जब शिक्षण संस्थान केवल पढ़ाई ही नहीं बल्कि प्रतिभाओं के विकास पर ध्यान देते हैं, तब विद्यार्थी जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।”
विद्यालय परिवार ने बच्चों की इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए इसे प्रेरणास्रोत बताया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों ने बताया कि उन्हें इस प्रतियोगिता के लिए कई हफ्तों तक प्रशिक्षण दिया गया और शिक्षकों ने हर स्तर पर उनका मार्गदर्शन किया।
भारती विद्या मंदिर के बैंड दल ने अपनी संगीत लयबद्धता और समर्पण से यह साबित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी उचित मार्गदर्शन और आत्मविश्वास के बल पर किसी से पीछे नहीं हैं।
इस सफलता के साथ विद्यालय का नाम संभागीय स्तर पर नई ऊँचाई पर पहुँचा है। विद्यालय प्रबंधन ने कहा कि आगे भी ऐसे आयोजनों में विद्यार्थियों की सहभागिता को प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वे शिक्षा के साथ-साथ कला, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
