जनहित व विकास के मुद्दों पर बस्तर में जनता कांग्रेस का हल्ला बोल, बचेली में बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा का विशाल धरना प्रदर्शन

बचेली में बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने उद्योग प्रबंधन और जिला प्रशासन के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन किया। संभागीय अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृत्व में मोर्चा ने एनएमडीसी किरंदुल-बचेली परियोजनाओं से जुड़ी खनिज अनियमितता, डीएमएफ और सीएसआर फंड में पारदर्शिता, पर्यावरण शर्तों के पालन और स्थानीय रोजगार जैसे 20 बिंदुओं पर अपनी मांगें रखीं। प्रदर्शन के बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।

Oct 27, 2025 - 18:59
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जनहित व विकास के मुद्दों पर बस्तर में जनता कांग्रेस का हल्ला बोल, बचेली में बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा का विशाल धरना प्रदर्शन

UNITED NEWS OF ASIA. नविन चौधरी, बचेली। बस्तर क्षेत्र में जनहित और विकास से जुड़े गंभीर मुद्दों को लेकर बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने बचेली में जबरदस्त प्रदर्शन किया। मोर्चा के प्रमुख संयोजक एवं जनता कांग्रेस के संभागीय अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने एक दिवसीय धरना देकर प्रशासन और उद्योग प्रबंधन को चेताया कि यदि जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

 

धरना स्थल से बोलते हुए नवनीत चांद ने कहा कि “बस्तर के संसाधनों का दोहन तो हो रहा है, पर विकास का लाभ स्थानीय जनता तक नहीं पहुँच रहा।” उन्होंने एनएमडीसी प्रबंधन पर खनिज अनियमितता, डीएमएफ और सीएसआर फंड में अपारदर्शिता, और स्थानीय युवाओं को रोजगार से वंचित रखने का आरोप लगाया।

 

मोर्चा द्वारा प्रशासन को दिए गए ज्ञापन में कुल 20 प्रमुख मांगें शामिल थीं। इनमें 1620 करोड़ रुपए की खनिज अनियमितता पर कार्रवाई रिपोर्ट सार्वजनिक करने, दुर्घटना में मारे गए कर्मचारियों की न्यायिक जांच रिपोर्ट जारी करने, डीएमएफ एवं सीएसआर राशि के वार्षिक खर्च की जानकारी सार्वजनिक करने, और पर्यावरण प्रबंधन योजना की समीक्षा प्रमुख हैं।

 

इसके अलावा स्थानीय लोगों को रोजगार देने, वाहन अनुबंध में पारदर्शिता, स्लरी पाइपलाइन और टेलिंग डेम परियोजनाओं की तकनीकी जांच, तथा स्वास्थ्य सेवाओं की सीमा 10 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर करने जैसी मांगें भी शामिल रहीं।

धरना कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, यूनियन प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित रहे। बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंडागांव समेत कई जिलों के प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लेकर एक स्वर में कहा कि “बस्तर के विकास के लिए अब जनता खुद जवाब मांगेगी।”

 

प्रदर्शन के बाद मोर्चा ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए चेताया कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।