अंजोर विज़न डॉक्यूमेंट 2047 पर विधानसभा में विधायक भावना बोहरा के विचार: हर ब्लॉक और गाँव तक पहुँचे जिला स्तरीय सुविधाएँ

छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अंजोर विज़न डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा के दौरान पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई और अधोसंरचना विकास को लेकर अपने विचार रखे। उन्होंने वनांचल क्षेत्रों सहित हर ब्लॉक और गाँव तक जिला स्तरीय सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता पर जोर दिया।

Dec 15, 2025 - 17:29
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अंजोर विज़न डॉक्यूमेंट 2047 पर विधानसभा में विधायक भावना बोहरा के विचार: हर ब्लॉक और गाँव तक पहुँचे जिला स्तरीय सुविधाएँ

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | छत्तीसगढ़ विधानसभा की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 14 दिसंबर को शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई। इस ऐतिहासिक अवसर पर ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न डॉक्यूमेंट 2047’ पर विशेष चर्चा आयोजित की गई, जिसमें पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने सदन में सहभागिता निभाते हुए प्रदेश एवं अपने विधानसभा क्षेत्र से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रमुखता से रखा।

भावना बोहरा ने कहा कि यह अवसर केवल एक सत्र का नहीं, बल्कि आने वाले दशकों के लिए छत्तीसगढ़ की दिशा और दशा तय करने का है। विधानसभा के रजत जयंती वर्ष के समापन अवसर पर नवीन विधानसभा भवन में आयोजित पहला सत्र एक नई शुरुआत और नई ऊर्जा का प्रतीक है। उन्होंने राज्य निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया और कहा कि उनके दूरदर्शी निर्णय के कारण ही छत्तीसगढ़ आज एक पृथक राज्य के रूप में अपने भविष्य का निर्माण कर पा रहा है।

25 वर्षों की विकास यात्रा का उल्लेख

भावना बोहरा ने कहा कि वर्ष 2000 में राज्य गठन के समय छत्तीसगढ़ अनेक चुनौतियों से जूझ रहा था। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और सुरक्षा की स्थिति अत्यंत कमजोर थी। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में 15 वर्षों के सुशासन काल में राज्य ने अंधकार से उजाले और पिछड़ेपन से विकास की ओर लंबी छलांग लगाई।

उन्होंने बताया कि इस अवधि में किसानों को ब्याज-मुक्त ऋण मिला, धान खरीदी 5 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 70 लाख मीट्रिक टन तक पहुँची, 58 लाख गरीब परिवारों को 1 रुपये किलो चावल की योजना से लाभ मिला और भोजन का अधिकार विधेयक पारित कर छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बना। बिजली उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और राज्य ‘जीरो पावर कट’ वाला राज्य बना।

अधोसंरचना और संस्थागत विकास

विधायक बोहरा ने कहा कि प्रदेश में 40 हजार से अधिक स्कूल, अनेक महाविद्यालय, 10 मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के साथ-साथ NIT, IIT, IIIT, IIM, HNLU और AIIMS जैसे राष्ट्रीय संस्थानों की स्थापना हुई। राज्य का बजट 9,270 करोड़ से बढ़कर 94,775 करोड़ रुपये तक पहुँचा। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए डीआरजी बटालियन का गठन किया गया और खनिज संपन्न जिलों के विकास हेतु डीएमएफ की स्थापना की गई।

उन्होंने कहा कि आज 25 वर्ष के युवा छत्तीसगढ़ के लिए यह समय भविष्य निर्माण का है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में तैयार किया गया ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न 2047’ केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि राज्य के स्वर्णिम भविष्य का रोडमैप है।

अंजोर विज़न 2047 की विशेषताएँ

भावना बोहरा ने कहा कि अंजोर विज़न डॉक्यूमेंट में सुरक्षा, सुशासन और संतुलित विकास को मुख्य स्तंभ बनाया गया है। यह विज़न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प से प्रेरित है, जिसका लक्ष्य वर्ष 2047 तक छत्तीसगढ़ को पूर्ण विकसित, आत्मनिर्भर, समृद्ध और खुशहाल राज्य बनाना है।

पंडरिया विधानसभा के मुद्दे सदन में रखे

विधायक भावना बोहरा ने पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के विकास एवं जनहित के मुद्दों को सदन में मजबूती से उठाया। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय सुविधाओं का विस्तार हर ब्लॉक और गाँव तक होना चाहिए, विशेषकर वनांचल और आदिवासी बहुल क्षेत्रों में।

उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी और सिंचाई सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता पर बल देते हुए पंडरिया क्षेत्र में हाफ नदी परियोजना के विस्तार, 5 मॉडल स्कूल एवं अस्पताल की स्थापना, धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के जीर्णोद्धार तथा भोरमदेव मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर क्षेत्र के प्रमुख स्थलों के विकास की मांग रखी।

शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर

भावना बोहरा ने कहा कि विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं का विस्तार, नियमित रख-रखाव, प्रयोगशालाओं में उपकरणों की उपलब्धता और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना आवश्यक है। साथ ही वनांचल क्षेत्रों तक सिंचाई, स्वच्छ पेयजल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को सुविधायुक्त बनाकर ही विकसित छत्तीसगढ़ की मजबूत नींव रखी जा सकती है।

उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से न केवल स्थानीय रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।