हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन और रायपुर पुलिस ने गरीब बच्चों संग मनाई खुशियों भरी दिवाली
हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन और रायपुर पुलिस ने 220 जरूरतमंद बच्चों के साथ दिवाली उत्सव मनाया, फटाखे, मिठाई और स्टेशनरी वितरित कर खुशियों भरा माहौल बनाया।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। मानवसेवा और समाजसेवा के संकल्प के साथ कार्यरत प्रदेश की अग्रणी सामाजिक संस्था हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन ने रायपुर पुलिस के सहयोग से राजधानी में गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए दिवाली उत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के जीवन में खुशियों का संचार करना और उन्हें दिवाली की सांस्कृतिक और सामाजिक महत्ता से अवगत कराना था।
गुरुवार को मंडी गेट स्थित सरकारी स्कूल में आयोजित इस दिवाली उत्सव में लगभग 220 बच्चों ने भाग लिया। बच्चों को मिठाई, फटाखे, स्टेशनरी और विशेष दिवाली किट वितरित की गई। बच्चों के साथ देशभक्ति गीत गाए गए और विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया, जिससे उत्सव और भी मनोरंजक और आनंददायक बन गया।
ए आईजी संजय शर्मा, रायपुर एसपी और सीएसपी साहू सहित पुलिस अधिकारियों ने इस आयोजन में बच्चों के साथ फटाखे फोड़कर, अनार जलाकर और रोशनी के माध्यम से दिवाली का जश्न मनाया। नन्हे बच्चों ने रंगोली बनाई और तिलक व पुष्प छिड़क कर अतिथियों का स्वागत किया, जिससे कार्यक्रम में विशेष गरिमा का वातावरण बना।
हेल्पिंग हैंड्स क्लब फाउंडेशन के संरक्षक रमेश अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष अंकित अग्रवाल, उपाध्यक्ष बबीता अग्रवाल, सुनीता पांडे, सुजाता अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों के लिए आयोजित कार्यक्रम की सफलता पर संतोष व्यक्त किया और रायपुर पुलिस का आभार जताया।
प्रदेश संरक्षक मनोज गोयल ने कहा कि हेल्पिंग हैंड्स का एकमात्र संकल्प है “हर घर खुशियां, हर कोई अपना हो और जिसका कोई नहीं उसका हेल्पिंग हैंड्स है।” कार्यक्रम में बच्चों की मुस्कान और खुशी इस उद्देश्य की पूर्ति का प्रतीक रही।
हेल्पिंग हैंड्स की प्रदेश अध्यक्षा बबीता अग्रवाल ने बताया कि भविष्य में राजधानी में एक बड़ा आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों जरूरतमंद परिवारों को लाभ पहुँचाया जाएगा। इस पहल से न केवल बच्चों के जीवन में खुशियां आईं, बल्कि समाज में मानवता, सहानुभूति और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहन मिला।
यह दिवाली उत्सव एक मिसाल बन गया कि कैसे सरकारी संस्थाओं और सामाजिक संगठनों के सहयोग से गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए खुशियों भरे पल सुनिश्चित किए जा सकते हैं।