विकासखंड नगरी में स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग ने कन्वरजेंस कार्यक्रमों का समापन और शुभारंभ किया
विकासखंड नगरी में स्वास्थ्य और महिला बाल विकास विभाग ने कन्वरजेंस के तहत महिला जांच शिविर और नेत्र सुरक्षा अभियान का शुभारंभ कर जनहितकारी योजनाओं का लाभ तुरंत पहुंचाया।

UNITED NEWS OF ASIA.रिजवान मेमन, नगरी/धमतरी। विकासखंड नगरी में स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग ने कन्वरजेंस के तहत अपने-अपने कार्यक्रमों का विधिवत समापन और नए कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। यह पहल दोनों विभागों के आपसी समन्वय और सहयोग का अनूठा उदाहरण रही, जिससे योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक शीघ्र और प्रभावी ढंग से पहुंचा।
दिनांक 16 अक्टूबर को महिला बाल विकास विभाग ने सुपोषण माह के समापन के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से व्यापक महिला जांच शिविर का आयोजन किया। इस दौरान गोद भराई और अन्न प्राश्न संस्कार कार्यक्रम भी सम्पन्न हुआ तथा पोषण किट का वितरण किया गया। सुपोषण अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं को उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने विकासखंड नगरी में 24 से 31 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले समग्र नेत्र सुरक्षा अभियान के तहत ‘‘व्यापक नेत्र सर्वे’’ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में श्री महेश गोटा, अध्यक्ष जनपद पंचायत नगरी और श्री बलजीत छाबड़ा, अध्यक्ष नगर पंचायत नगरी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। उन्होंने सर्वे दल के एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अभियान के अंतर्गत जिले के समस्त नेत्र सहायक अधिकारी विकासखंड के प्रत्येक ग्राम में जाकर लोगों की नेत्र जांच करेंगे और उपलब्धता के अनुसार मौके पर उपचार, परामर्श एवं रेफरल प्रदान करेंगे। इसी अवसर पर 2 सितंबर से 17 अक्टूबर तक चले समग्र बाल नेत्र सुरक्षा अभियान का भी समापन हुआ, जिसमें चिन्हांकित बच्चों को निःशुल्क वितरण किया गया।
कार्यक्रम में हृदय लाल साहू, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत नगरी, अन्य सदस्य प्रेमलता नागवंशी, श्रीमती कलावती मरकाम, शशिकला ध्रुव, उपाध्यक्ष नगर पंचायत नगरी श्री बोहरा सहित पार्षदगण उपस्थित रहे। विभाग से डॉ. ए. के. नेताम, बीएमओ, हितेन्द्र साहू, बीपीएम, सोमेन्द्र साहू, पीओ महिला बाल विकास विभाग, डॉ. डी. एन. सोम, डॉ. सृष्टी चंद्राकर, डॉ. अनिता पैकरा और समस्त नेत्र सहायक अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा महिला बाल विकास विभाग के सुपरवाइजर एवं सहायिकाएं उपस्थित थीं।
इस पहल से यह स्पष्ट हुआ कि विभागीय समन्वय और कन्वरजेंस कार्यक्रमों के माध्यम से जनहितकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों तक त्वरित और प्रभावी ढंग से पहुंचाया जा सकता है।