एम्बुलेंस बनी जन्मस्थली: 108 संजीवनी एक्सप्रेस में गूंजी नवजीवन की किलकारी, मां-बेटी दोनों सुरक्षित

बेमेतरा जिले में 108 संजीवनी एक्सप्रेस टीम की तत्परता और सेवा भावना ने एक बार फिर मानवता की मिसाल कायम की। बेरला ब्लॉक के ग्राम ढाबा निवासी गर्भवती हेमवती निषाद को अस्पताल ले जाते समय एम्बुलेंस में ही प्रसव पीड़ा बढ़ने पर ईएमटी रामगोपाल देवांगन ने सुरक्षित प्रसव कराया। नवजात बच्ची के जन्म के बाद मां-बेटी दोनों को सुरक्षित रूप से पीएचसी गुधेली ले जाया गया, जहां दोनों स्वस्थ हैं। परिजनों ने संजीवनी टीम के संवेदनशील प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।

Oct 8, 2025 - 11:55
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एम्बुलेंस बनी जन्मस्थली: 108 संजीवनी एक्सप्रेस में गूंजी नवजीवन की किलकारी, मां-बेटी दोनों सुरक्षित

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर । बेमेतरा जिले में 108 संजीवनी एक्सप्रेस टीम की तत्परता और संवेदनशीलता ने एक बार फिर जान बचाने और जीवन देने की शानदार मिसाल पेश की। रविवार रात बेरला विकासखंड के ग्राम ढाबा निवासी हेमवती निषाद (26 वर्ष) को अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने रात 10:30 बजे 108 आपातकालीन सेवा को कॉल किया।

सूचना मिलते ही पायलट भूपेन्द्र कुर्रे और ईएमटी रामगोपाल देवांगन एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे और गर्भवती महिला को लेकर पीएचसी गुधेली की ओर रवाना हुए। रास्ते में हेमवती की पीड़ा अत्यधिक बढ़ने पर रामगोपाल देवांगन ने ड्यूटी डॉक्टर से संपर्क कर उनकी सलाह ली और परिजनों की सहमति से एम्बुलेंस को सुरक्षित स्थान पर रोककर प्रसव प्रक्रिया शुरू की।

ईएमटी के अनुभव और शांतचित्त निर्णय से कुछ ही देर में नवजात बच्ची का सुरक्षित जन्म हुआ। एम्बुलेंस में गूंजी इस किलकारी ने सभी को भावुक कर दिया। इसके बाद मां और बच्ची को सुरक्षित रूप से पीएचसी गुधेली पहुंचाया गया, जहां दोनों की स्थिति स्वस्थ बताई गई।

परिजनों ने संजीवनी एक्सप्रेस टीम की त्वरित कार्रवाई, मानवीय संवेदना और समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि 108 संजीवनी सेवा केवल एक आपातकालीन परिवहन नहीं, बल्कि जीवन रक्षक सेवा है।