भारी बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद, मुआवजा और कर्ज माफी की मांग पर आम आदमी पार्टी का सरकार से आग्रह

छत्तीसगढ़ में 24 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच हुई भारी बारिश ने किसानों की फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को तुरंत मुआवजा देने और खरीफ सीजन में लिए गए कृषि ऋण को माफ करने की मांग की है। बस्तर, कवर्धा, बेमेतरा और अंबिकापुर समेत कई जिलों में सोयाबीन और धान की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि समय पर राहत नहीं दी गई तो किसान आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो सकते हैं।

Oct 7, 2025 - 11:31
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भारी बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद, मुआवजा और कर्ज माफी की मांग पर आम आदमी पार्टी का सरकार से आग्रह

UNITED NEWS OF ASIA. हसीब अख्तर, रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुई लगातार भारी बारिश ने राज्य के किसानों को गहरी आर्थिक संकट में धकेल दिया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने कहा कि 24 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच हुई तेज बारिश ने सोयाबीन और धान की फसलों को पूरी तरह तबाह कर दिया है। उन्होंने राज्य सरकार से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत तत्काल मुआवजा जारी करने की मांग की है।

गोपाल साहू ने बताया कि कवर्धा, बेमेतरा और अन्य सोयाबीन उत्पादक जिलों में कीट प्रकोप के बाद अब भारी बारिश ने बची हुई फसल को भी बर्बाद कर दिया। बारिश के कारण खेतों में रखी कटी हुई फसल भी सड़ गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है।

प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने कहा कि बस्तर संभाग में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जहां 3000 हेक्टेयर से अधिक फसल पूरी तरह चौपट हो गई है और कृषि विभाग के मुताबिक अब तक करीब 200 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

प्रदेश संगठन महासचिव उत्तम जायसवाल और देवलाल नरेटी ने बताया कि अंबिकापुर जिले में भी धान की खेती बर्बाद हो गई है। उन्होंने कहा कि किसान अब यह सोचने को मजबूर हैं कि उन्होंने जो ऋण लेकर खेती की थी, उसे कैसे चुकाएंगे।

प्रदेश उपाध्यक्ष नंदन सिंह और मीडिया प्रभारी मिहिर कुर्मी ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार को न केवल तत्काल मुआवजा देना चाहिए, बल्कि खरीफ सीजन में लिए गए सभी कृषि ऋणों को भी माफ करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों को राहत नहीं मिली तो वे मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर हो सकते हैं।

आम आदमी पार्टी ने राज्य सरकार से मांग की है कि किसानों की पीड़ा को गंभीरता से लेते हुए तत्काल राहत पैकेज की घोषणा करे और कृषि ऋण माफी सुनिश्चित करे ताकि किसानों को इस आपदा से उबरने में मदद मिल सके।