मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना की बस पहुंची बड़ेराजपुर, ग्रामीणों ने जताया आभार
कोण्डागांव जिले में मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना के तहत बड़ेराजपुर में बस सेवा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जगदलपुर से राज्यव्यापी योजना की शुरुआत की थी। अब विश्रामपुरी-बड़ेराजपुर-कोण्डागांव मार्ग पर रोजाना दो फेरे में बस चलेगी, जिससे ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए जिला मुख्यालय तक आसान पहुंच मिलेगी। ग्रामीणों ने इस ऐतिहासिक सुविधा के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधायक नीलकंठ टेकाम को धन्यवाद दिया।

UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कोंडागांव । ग्रामीण अंचलों को जिला मुख्यालय से जोड़ने और आमजन को सुलभ परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना के तहत अब बड़ेराजपुर में बस सेवा शुरू हो गई है। शनिवार को जगदलपुर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्यव्यापी योजना का शुभारंभ किया था।
कोण्डागांव जिले में योजना की पहली बस विश्रामपुरी – बड़ेराजपुर – कोण्डागांव मार्ग पर संचालित की जा रही है। बस सुबह 7:20 बजे विश्रामपुरी से चलकर बड़ेराजपुर होते हुए 9:45 बजे कोण्डागांव पहुंचेगी और फिर वापसी यात्रा सुबह 10:15 बजे शुरू होगी। दोपहर में भी एक और फेरा लगाया जाएगा, जिससे दूरस्थ इलाकों के ग्रामीणों को जिला मुख्यालय तक सीधी बस सेवा मिलेगी।
विधायक नीलकंठ टेकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में विकास को नई गति मिल रही है। ग्रामीण बस योजना इसका प्रमाण है, जिससे गांव और शहर के बीच की दूरी कम होगी और ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसी सुविधाओं तक आसानी से पहुंच मिल सकेगी।
स्थानीय ग्रामीणों ने खुशी जताते हुए कहा कि वे वर्षों से बस सेवा की मांग कर रहे थे, लेकिन अब जाकर यह मांग पूरी हुई है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधायक नीलकंठ टेकाम का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस सेवा से उनके जीवन में बड़ा बदलाव आएगा।
इस मौके पर बड़ेराजपुर सरपंच प्रतिनिधि रामसाय मरकाम, भाजपा युवा नेता योगेश पांडे, सुदामा मरकाम, थानूराम शाहू सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित रहे।
यह योजना ग्रामीण परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने और गांवों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है।