उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयासों से कबीरधाम में स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण और उन्नयन के लिए 5 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयासों से कबीरधाम में पिपरिया और तरेगांव जंगल स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण और उन्नयन के लिए 5 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति मिली।

Oct 11, 2025 - 16:21
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उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयासों से कबीरधाम में स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण और उन्नयन के लिए 5 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में कबीरधाम जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। उपमुख्यमंत्री और कवर्धा विधायक विजय शर्मा के विशेष प्रयासों के परिणामस्वरूप जिले के दो स्वास्थ्य केंद्रों के भवन निर्माण और उन्नयन के लिए राज्य शासन ने 5 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है।

स्वीकृति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरिया के लिए 2 करोड़ 50 लाख और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तरेगांव जंगल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन के लिए 2 करोड़ 50 लाख रुपये शामिल हैं। इस निर्णय से वनांचल और बैगाबाहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुलभ और प्रभावी होगी।

स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण और उन्नयन के पश्चात इन क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, टीकाकरण, रोग निदान, प्रसव सुविधा, आपात चिकित्सा सहायता, दवा वितरण और जांच सेवाओं का दायरा बढ़ेगा। अब ग्रामीणों को उपचार के लिए दूरस्थ क्षेत्रों की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। इसके साथ ही, चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए बेहतर कार्य वातावरण उपलब्ध होगा, जिससे सेवा की गुणवत्ता में सुधार होगा।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक को उसके अपने क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय और वनवासी अंचलों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आधारभूत संरचना के क्षेत्र में लगातार ठोस कदम उठा रही है।

जिला और ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों ने इस स्वीकृति पर खुशी व्यक्त की और उपमुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। स्थानीय लोगों का कहना है कि लंबे समय से क्षेत्र में सुदृढ़ स्वास्थ्य ढांचे की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, और इस स्वीकृति से स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार होगा।

इस प्रकार, पिपरिया और तरेगांव जंगल में स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण और उन्नयन की प्रशासकीय स्वीकृति न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र को सशक्त बनाएगी, बल्कि शासन की जनहित, सर्वसमावेशी विकास और जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता का भी मजबूत उदाहरण पेश करती है।