भाजपा बताये — राज्य में शराबबंदी कब होगी? कांग्रेस ने लगाया आरोप, कहा सरकार ने दुगुनी कर दी शराब दुकानें

कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि शराबबंदी कब होगी? कहा— भाजपा ने सत्ता में आकर शराब दुकानों की संख्या दुगुनी कर दी और अवैध बिक्री को बढ़ावा दिया।

Oct 15, 2025 - 11:35
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भाजपा बताये — राज्य में शराबबंदी कब होगी? कांग्रेस ने लगाया आरोप, कहा सरकार ने दुगुनी कर दी शराब दुकानें

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर सियासत तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए पूछा — “भाजपा बताये, राज्य में शराबबंदी कब होगी?” उन्होंने कहा कि भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए शराबबंदी का मुद्दा जोरशोर से उठाया था, लेकिन अब सत्ता में आने के बाद उसने न केवल इस वादे को भुला दिया है, बल्कि राज्य में शराब दुकानों की संख्या दुगुनी कर दी है।

शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने राज्य में शराब की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए जानबूझकर नीतियाँ बनाई हैं। पहले जहां राज्य में लगभग 700 देशी और अंग्रेजी शराब दुकानें थीं, अब हर देशी दुकान में अंग्रेजी शराब और हर अंग्रेजी दुकान में देशी शराब बेची जा रही है। इस तरह अब प्रदेश में कुल 1400 शराब दुकानें हो चुकी हैं। इसके अतिरिक्त, सरकार ने 1 अप्रैल से 67 नई शराब दुकानें खोलने की अनुमति भी दी है।

उन्होंने कहा कि यह वही भाजपा है जिसने अपने पूर्व कार्यकाल में शराब का सरकारीकरण किया था और अब उसी व्यवस्था का दुरुपयोग कर रही है। शुक्ला ने कहा, “शराबबंदी की कसमें खाने वाली भाजपा अब राज्य की जनता को शराबी बनाने पर तुली है। सरकार कमीशनखोरी के लालच में शराबियों के संरक्षण और संवर्धन में लगी है।”

कांग्रेस प्रवक्ता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार में नकली और अवैध शराब का कारोबार तेज़ी से बढ़ा है। कई जिलों से लगातार खबरें आ रही हैं कि सरकारी शराब दुकानों से 200 रुपए प्रति पेटी अतिरिक्त लेकर कोचिये गली-मोहल्लों में शराब पहुंचा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि राजनांदगांव और मुंगेली सहित कई स्थानों पर सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब बिक्री की शिकायतें मिली हैं, जबकि हाल ही में डोंगरगढ़ के बाटलिंग प्लांट में पानी मिलाने का मामला पकड़ा गया।
इसके अलावा, बस्तर और सरगुजा जैसे दूरस्थ इलाकों में दूसरे राज्यों की शराब निर्बाध रूप से पहुंच रही है, जो शासन की मिलीभगत को दर्शाता है।

अंत में सुशील आनंद शुक्ला ने कहा — “भाजपा सरकार को बताना चाहिए कि जब वह शराबबंदी की दुहाई देती थी, तो अब मौन क्यों है? क्या उसकी शराबबंदी की बात केवल चुनावी जुमला थी?”

कांग्रेस ने स्पष्ट कहा कि यदि भाजपा सरकार ने शराब नीति पर ठोस कदम नहीं उठाया, तो पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन करेगी।