कलेक्टर गोपाल वर्मा की संवेदनशील पहल — सर्पदंश से मृत व्यक्ति के परिवार को मिला 4 लाख रुपए का त्वरित राहत सहायता

कवर्धा कलेक्टर गोपाल वर्मा की त्वरित कार्रवाई से सर्पदंश पीड़ित मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए की सहायता राशि स्वीकृत, प्रशासनिक तत्परता का बना उदाहरण।

Oct 17, 2025 - 18:52
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कलेक्टर गोपाल वर्मा की संवेदनशील पहल — सर्पदंश से मृत व्यक्ति के परिवार को मिला 4 लाख रुपए का त्वरित राहत सहायता

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कलेक्टर गोपाल वर्मा की संवेदनशीलता और तत्परता ने एक शोकग्रस्त परिवार को राहत की सांस दी है। तहसील सहसपुर लोहारा अंतर्गत ग्राम करही निवासी टेकसिंह की सर्पदंश के कारण इलाज के दौरान रायपुर के अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्री वर्मा ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत आवश्यक कार्यवाही कर मृतक के परिजनों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर की पहल पर मृतक की पत्नी लीलावती को आरबीसी 6(4) के तहत 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई। प्रशासनिक तत्परता का यह उदाहरण जिले में सुशासन और मानवीय दृष्टिकोण का प्रतीक बन गया है।

कलेक्टर श्री वर्मा के निर्देशानुसार, अपर कलेक्टर नरेंद्र पैकरा ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में स्वयं मृतक की पत्नी और नाबालिग बेटे को 4 लाख रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजय कुमार त्रिपाठी, एसडीएम सहसपुर लोहारा शिल्पा देवांगन, डिप्टी कलेक्टर आरबी देवांगन, तथा तहसीलदार हुलेश्वर पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

इस प्रकरण में नायब तहसीलदार हुलेश्वर कुमार पटेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना स्थल का पंचनामा और रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम कार्यालय के माध्यम से कलेक्टर कार्यालय को प्रेषित किया। प्रशासनिक टीम के समन्वित प्रयासों से मात्र एक माह के भीतर राहत राशि स्वीकृत कर पीड़ित परिवार को सहायता प्रदान की गई।

कलेक्टर श्री वर्मा ने परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि “किसी भी परिवार पर आई आपदा को रोका नहीं जा सकता, लेकिन शासन की मंशा यह है कि कोई भी पीड़ित परिवार सहायता से वंचित न रहे।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसी घटनाओं में राहत कार्यों में किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए।

जिला प्रशासन की इस त्वरित कार्यवाही ने यह सिद्ध कर दिया है कि संवेदनशील प्रशासन ही आमजन के भरोसे का आधार होता है, और शासन का उद्देश्य सिर्फ सहायता देना नहीं, बल्कि संकट के समय जनता के साथ खड़ा रहना है।