कलेक्टर कांफ्रेंस औपचारिकता साबित हुई — दीपक बैज बोले, बिगड़ी कानून व्यवस्था पर सरकार फेल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कलेक्टर कांफ्रेंस को औपचारिक बताया। कहा—प्रदेश में अवैध खनन, बिगड़ी कानून व्यवस्था और पुलिस की क्रूरता सरकार की नाकामी उजागर करती है।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कलेक्टर कांफ्रेंस को "सिर्फ औपचारिकता" करार देते हुए कहा कि यह बैठक केवल दिखावे के लिए की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पूरी कॉन्फ्रेंस में लिखे हुए संवाद पढ़े और प्रशासनिक मुद्दों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया।
दीपक बैज ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद स्वीकार कर रहे हैं कि प्रदेश में अवैध रेत खनन नहीं रुक पा रहा। “इसका मतलब साफ है कि खनन माफिया हावी हैं और सरकार उन्हें रोकने में नाकाम है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि मुख्यमंत्री ने लंबित राजस्व प्रकरणों पर कोई निर्देश नहीं दिए, जबकि चार लाख से अधिक नामांकन, बंटवारा और खाता सुधार जैसे मामले लालफीताशाही में फंसे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने धान खरीदी को लेकर भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधा — “नीति और निर्णय बनाना सरकार का काम है, कलेक्टर तो केवल उसका पालन करवाते हैं। जब नीति ही नहीं बनेगी तो जिम्मेदारी किसकी होगी?”
दीपक बैज ने आगे कहा कि जब मुख्यमंत्री राजधानी में एसपी कांफ्रेंस कर रहे थे, उसी समय कवर्धा में आदिवासी गोंड समाज के हजारों लोग बिगड़ती कानून व्यवस्था और आदिवासी युवती से हुए अत्याचार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि “यह भाजपा शासन में असुरक्षित आम आदमी का प्रतिकार है। सरकार कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में पूरी तरह विफल साबित हुई है।”
बैज ने यह भी बताया कि तीन दिवसीय कलेक्टर और एसपी कांफ्रेंस के तीसरे दिन की सुशासन समीक्षा बैठक रद्द कर दी गई। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सुशासन की हवा न निकल जाए इसलिए समीक्षा ही नहीं की गई। सरकार को मालूम है कि समीक्षा होगी तो भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी और अराजकता उजागर होगी।”
दीपक बैज ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विष्णु देव साय की पुलिस अब “बर्बर और क्रूर” हो चुकी है।
उन्होंने बलौदाबाजार की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि चेकिंग के दौरान एक आदिवासी युवक दिलेश्वर भट्ट को पुलिस ने इतनी बेरहमी से पीटा कि उसे सात टांके लगाना पड़े।
कांग्रेस अध्यक्ष ने मांग की कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पुलिस को जनता के प्रति जवाबदेह बनाएं और शासन-प्रशासन में पारदर्शिता लाएं।