कवर्धा में 16-18 अक्टूबर तक 'बिहान स्वदेशी बाजार', महिला स्व-सहायता समूहों के जैविक और हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी
कवर्धा में 16-18 अक्टूबर तक 'बिहान स्वदेशी बाजार' आयोजित होगा। बाजार में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित मिट्टी, बांस, मसाले और ऑर्गेनिक उत्पाद प्रदर्शित एवं बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन “बिहान” के अंतर्गत रजत जयंती वर्ष के अवसर पर वीर सावरकर भवन, कवर्धा में 16 से 18 अक्टूबर 2025 तक 'बिहान स्वदेशी बाजार' का आयोजन किया जा रहा है। इस बाजार का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर निर्मित स्वदेशी उत्पादों का प्रचार-प्रसार करना और ग्रामीण आजीविका एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
बाजार में बिहान के अंतर्गत गठित महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित वस्तुएँ प्रदर्शित और बिक्री के लिए रखी गई हैं। इनमें शामिल हैं मिट्टी की मूर्ति, दीया, बांस से बने घरेलू सामान, आचार, पापड़, हल्दी, मिर्च, धनिया, मसाले, नमकीन, कुकीज, ऑर्गेनिक गुड़, कोदो-कुटकी और ब्लैक राइस। इन उत्पादों की खरीददारी से न केवल महिला समूहों की आजीविका बढ़ेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
आयोजकों ने आम जनता से अपील की है कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित हों और स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर स्थानीय महिलाओं का उत्सवर्धन करें। यह पहल “हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी” के संदेश को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बिहान स्वदेशी बाजार में सिर्फ खरीदारी ही नहीं, बल्कि ग्रामीण समुदाय और महिला उद्यमियों के प्रयासों का सम्मान भी दर्शाया जाएगा। स्थानीय स्तर पर निर्मित आकर्षक और जैविक उत्पाद उचित मूल्य पर आम जनता को उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे लोग पर्यावरण अनुकूल और स्वास्थ्यवर्धक वस्तुओं का उपयोग कर सकें।
इस आयोजन से महिलाओं को अपने उत्पाद बाजार में बेचने का अवसर मिलेगा और उनकी आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित होगी। इसके साथ ही ग्रामीण युवाओं और अन्य नागरिकों में स्वदेशी वस्तुओं के महत्व और उनके उपभोग की जागरूकता भी बढ़ेगी।
बिहान स्वदेशी बाजार का यह आयोजन कवर्धा के लिए सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा। यह बाजार स्थानीय उत्पादों और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सफल प्रयास के रूप में याद किया जाएगा।