वन्दे मातरम् पर विशेष चर्चा में पंडरिया विधायक भावना बोहरा की सहभागिता, विधानसभा में शिक्षक भर्ती व भ्रष्टाचार पर उठाए अहम मुद्दे

पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा सत्र के दौरान वन्दे मातरम् पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए शिक्षक भर्ती, भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई, शासकीय विद्यालयों में पुस्तक वितरण और मध्याह्न भोजन से जुड़ी अनियमितताओं के मुद्दे सदन में उठाए।

Dec 17, 2025 - 16:47
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वन्दे मातरम् पर विशेष चर्चा में पंडरिया विधायक भावना बोहरा की सहभागिता, विधानसभा में शिक्षक भर्ती व भ्रष्टाचार पर उठाए अहम मुद्दे

 UNITEED NEWS OF ASIA. कवर्धा | पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा सत्र के चौथे दिन प्रदेश और क्षेत्र से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रभावी ढंग से सदन के समक्ष रखा। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् पर विधानसभा में आयोजित विशेष चर्चा में सक्रिय सहभागिता निभाई और अपने विचार स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किए। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया, भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर की जा रही कार्रवाई, शासकीय विद्यालयों में पुस्तक वितरण, तथा मध्याह्न भोजन योजना से जुड़ी घटनाओं को प्रमुखता से उठाया।

वन्दे मातरम् पर चर्चा के दौरान भावना बोहरा ने कहा कि 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा ने वन्दे मातरम् को भारत का राष्ट्रीय गीत घोषित किया था और इसे राष्ट्रगान के समान सम्मान देने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि वन्दे मातरम् स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा है और इसमें उन क्रांतिकारियों की भावना समाहित है जिन्होंने हंसते-हंसते मातृभूमि के लिए बलिदान दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को याद करना राजनीति नहीं, बल्कि अपनी जड़ों पर गर्व करने का प्रतीक है।

विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा में ई.ओ.डब्ल्यू. और ए.सी.बी. द्वारा दर्ज मामलों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े अधिकारियों पर की गई कार्रवाई को लेकर सवाल उठाया। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने लिखित उत्तर में बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 में कुल पांच अधिकारियों से जुड़े मामलों में पूर्वानुमोदन से संबंधित प्रक्रिया जारी है, जिनमें कुछ प्रकरण अन्य विभागों को स्थानांतरित किए गए हैं।

उन्होंने यह भी प्रश्न किया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कितने अधिकारी अन्य विभागों में अतिरिक्त प्रभार पर कार्यरत हैं और उनकी नियुक्ति किस आधार पर की गई है। उत्तर में बताया गया कि वर्तमान में छह अधिकारी अतिरिक्त प्रभार पर कार्यरत हैं, जिनमें से अधिकांश मामलों में कलेक्टर अथवा जिला पंचायत सीईओ द्वारा प्रभार सौंपा गया है।

शासकीय विद्यालयों में पुस्तक वितरण के मुद्दे पर स्कूल शिक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि विद्यार्थियों की मांग के अनुरूप सभी पुस्तकों का समय पर वितरण किया गया है और प्रत्येक पुस्तक का यूनिक नंबर दर्ज है। वहीं शिक्षक भर्ती और मध्याह्न भोजन योजना को लेकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में बताया गया कि कुछ स्थानों पर हुई घटनाओं की जांच कर संबंधित स्वयं सहायता समूहों अथवा एनजीओ के अनुबंध रद्द किए गए हैं।

भावना बोहरा ने अंत में कहा कि शिक्षा, पारदर्शिता और जवाबदेही से ही प्रदेश का समग्र विकास संभव है और इन मुद्दों पर सरकार की निरंतर निगरानी आवश्यक है।