सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता: लमरा जंगल से नक्सलियों का भारी हथियार और विस्फोटक डंप बरामद

राजनांदगांव रेंज में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी कामयाबी मिली है। बकरकट्टा थाना क्षेत्र के लमरा जंगल में दो अलग-अलग स्थानों से नक्सलियों द्वारा मिट्टी के नीचे छुपाकर रखा गया भारी हथियार और विस्फोटक डंप सुरक्षा बलों ने बरामद किया। यह कार्रवाई हाल ही में आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की गुप्त सूचना के आधार पर की गई। बरामद सामग्री से स्पष्ट है कि नक्सली किसी बड़ी वारदात की तैयारी में थे।

Dec 12, 2025 - 11:25
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सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता: लमरा जंगल से नक्सलियों का भारी हथियार और विस्फोटक डंप बरामद

 UNITED NEWS OF ASIA.नेमिश, राजनांदगांव | रेंज में नक्सल उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे सघन अभियान के बीच सुरक्षा बलों को एक और महत्वपूर्ण सफलता मिली है। बकरकट्टा थाना क्षेत्र के लमरा जंगल के भीतर दो अलग-अलग स्थानों पर नक्सलियों द्वारा मिट्टी के नीचे छुपाकर रखे गए भारी हथियार और विस्फोटक डंप को सुरक्षा बलों ने बरामद किया है। यह कार्रवाई उन 12 माओवादियों के आत्मसमर्पण के बाद मिली गुप्त सूचना पर आधारित थी, जिन्होंने 8 दिसंबर को एमएमसी जोन छोड़कर मुख्यधारा में वापसी की थी।

आत्मसमर्पित माओवादियों के मुताबिक नक्सलियों ने जंगल की दुर्गम पहाड़ियों के बीच हथियार, गोला-बारूद और उपयोगी सामग्री को गहराई में दबाकर सुरक्षित रखा था, जिसे भविष्य में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया जाना था। इस जानकारी को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा बलों ने तुरंत विशेष तलाशी अभियान चलाया। घने जंगल, कठिन रास्तों और जोखिम भरे क्षेत्र में घंटों की खोजबीन के बाद दोनों स्थानों पर दबाए गए डंप का पता चला, जिनमें बड़ी मात्रा में हथियार और नक्सली सामग्री मिली।

बरामद सामग्री में इंसास LMG रायफल, .303 रायफलें, 12 बोर गन, BGL, जीवित और खाली सेल, भारी मात्रा में गोला-बारूद, नक्सली वर्दी, पिट्ठू, पोच, तिरपाल, मेडिकल सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुएँ शामिल हैं। सुरक्षा बलों का मानना है कि इतनी बड़ी मात्रा में हथियार और रसद की बरामदगी साफ संकेत है कि नक्सली आने वाले समय में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे।

समय रहते मिली खुफिया जानकारी और बलों की तत्पर कार्रवाई ने एक संभावित बड़ी वारदात को टाल दिया। लगातार आत्मसमर्पण, बढ़ते खुफिया इनपुट और अभियान की तीव्रता से नक्सल संगठन का ढांचा कमजोर होता दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि हथियारों की ऐसी बरामदगी न सिर्फ नक्सलियों की संभावित योजनाओं को ध्वस्त करती है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि सुरक्षा बल जंगल क्षेत्रों में अपनी पकड़ लगातार मजबूत कर रहे हैं। इस कार्रवाई को नक्सल विरोधी अभियान की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।