छत्तीसगढ़ के पांचों संभाग मुख्यालयों में लगेगी लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की भव्य प्रतिमा – उप मुख्यमंत्री अरुण साव की बड़ी घोषणा
भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के पांचों संभाग मुख्यालयों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर और जगदलपुर में लौह पुरुष की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने तत्काल 50-50 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है।
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ में आज एक ऐतिहासिक घोषणा हुई। भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की 150वीं जयंती पर राजधानी रायपुर स्थित सरदार पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव उपस्थित रहे। इसी दौरान डिप्टी सीएम अरुण साव ने प्रदेश की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की – छत्तीसगढ़ के पांचों संभाग मुख्यालयों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर और जगदलपुर में सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
साव ने बताया कि नगरीय प्रशासन विभाग ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में इस परियोजना को तुरंत क्रियान्वित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए पांचों नगर पालिक निगमों को 50-50 लाख रुपए की राशि अधोसंरचना मद से स्वीकृत की गई है। कुल 2 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि से इन प्रतिमाओं का निर्माण और आसपास के क्षेत्रों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सरदार पटेल जी के अदम्य साहस, संगठन कौशल और राष्ट्रनिष्ठा के कारण ही आज भारत एक अखंड राष्ट्र के रूप में खड़ा है। उन्होंने कहा कि लौह पुरुष की प्रतिमा केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि देश की एकता, अखंडता और समर्पण की प्रतीक होगी।
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि सरदार पटेल जी ने स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ संघर्ष किया और आजादी के बाद 562 रियासतों का एकीकरण कर भारत को एक सूत्र में बांधा। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार ने उनके सम्मान में यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
यह घोषणा न केवल एक श्रद्धांजलि है, बल्कि छत्तीसगढ़ की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का प्रतीक बनेगी। आने वाले समय में इन प्रतिमाओं के माध्यम से एकता, समरसता और राष्ट्र निर्माण की भावना को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।