माओवाद समाप्ति की ओर, नियद नेल्लानार योजना से ग्रामीण लाभान्वित: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
कोण्डागांव में आयोजित गांड़ा समाज बूढ़ादेव महोत्सव में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 61 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण कर विकास योजनाओं की प्रगति बताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माओवाद समाप्ति की ओर है और नियद नेल्लानार योजना से अंदरूनी गांवों को मूलभूत सुविधाएँ मिल रही हैं। कार्यक्रम में कई नई घोषणाएँ भी की गईं।
UNITED NEWS OF ASIA.रामकुमार भारद्वाज, कोण्डागांव | जिला मुख्यालय में आयोजित मूल छत्तीसगढ़िया सर्व गांड़ा समाज के बूढ़ादेव महोत्सव में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश की विकास यात्रा, शांति प्रयास और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। सोमवार शाम 4 बजे आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कुल 01 अरब 27 करोड़ 11 लाख 92 हजार रुपए की लागत से तैयार 61 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनमें 43 करोड़ 45 लाख 88 हजार रुपए के 35 पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण और 83 करोड़ 66 लाख 04 हजार रुपए के 26 नए कार्यों का शिलान्यास प्रमुख रहा।
मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में माओवाद तेजी से समाप्ति की ओर है। सरकार की नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से बस्तर और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएँ पहुँचाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पहले इन क्षेत्रों में शासन की योजनाएँ पहुंचाना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन अब सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े कार्य तेजी से पूरे हो रहे हैं। ग्रामीणों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है, जिससे विश्वास का माहौल बन रहा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने लगभग दो वर्षों की अल्पावधि में अपने अधिकांश वादों को पूरा किया है। राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूरे होने पर पूरे प्रदेश में रजत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों से धान खरीदी 15 नवंबर से शुरू हो चुकी है और प्रदेश के 18 लाख से अधिक आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं। महतारी वंदन योजना, तेंदूपत्ता संग्राहक लाभ और चरणपादुका योजना जैसे जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का उल्लेख भी उन्होंने किया।
बूढ़ादेव महोत्सव में मुख्यमंत्री का स्वागत समाज के लोगों ने पारंपरिक मोहरी वाद्य यंत्र के सामूहिक वादन से किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बूढ़ादेव की पूजा-अर्चना कर प्रदेश के सुख-समृद्धि की कामना की।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री साय ने तीन महत्वपूर्ण विकास कार्यों की घोषणा की। इनमें कोनगुड़ से धनोरा मार्ग के निर्माण के लिए 90 लाख रुपए, केशकाल से विश्रामपुरी सड़क निर्माण के लिए 39 करोड़ रुपए और ग्राम कुधूर में 100 सीटर अनुसूचित जनजाति बालिका छात्रावास हेतु 2.71 करोड़ रुपए की स्वीकृति शामिल है। साथ ही कोंडागांव में बहुगतिविधि एवं दिव्यांग सेंटर और कोचिंग सेंटर संचालित करने के लिए 1.5 करोड़ रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की गई। उन्होंने गांड़ा समाज की विभिन्न मांगों पर सकारात्मक विचार करने की बात कही।
इस अवसर पर प्रदेश के अनुसूचित जनजाति एवं वन मंत्री केदार कश्यप, स्कूल शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव, बस्तर सांसद महेश कश्यप सहित प्रदेश के अनेक जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर नूपूर राशि पन्ना और एसपी पंकज चंद्रा समेत जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान एनआरएलएम की कॉफी टेबल बुक ‘जर्नी ऑफ डिग्निटी’ तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की बाल्यावस्था देखभाल संबंधी पुस्तिका का भी विमोचन किया। साथ ही एचआरपी हेल्पलाइन नंबर, हेलमेट बैंक और सुपोषित विकास चार्ट का भी शुभारंभ किया गया।