जीएसटी कटौती पर सवाल जनता के जले पर नमक छिड़कने जैसा: कांग्रेस नेता मनोज सिंह ठाकुर का सीएम विष्णु देव साय पर हमला

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा व्यापारियों और आम नागरिकों से “जीएसटी कटौती से कितना लाभ मिला” पूछने पर कांग्रेस नेता एवं श्रम कल्याण मंडल के पूर्व सदस्य अधिवक्ता मनोज सिंह ठाकुर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे “जले पर नमक छिड़कने” जैसा पीड़ादायक सवाल बताते हुए कहा कि भाजपा और मोदी सरकार ने पहले जीएसटी के माध्यम से जनता की जेब से करोड़ों रुपये निकाले और अब मामूली राहत देकर जनता को छलने का काम कर रही है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता को लूटने के लिए लगातार नई-नई नीतियां बनाती रही है, जिससे आम लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है। उन्होंने सरकार से जनता को लूटने का खेल बंद कर वास्तविक राहत देने की मांग की।

Sep 27, 2025 - 16:59
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जीएसटी कटौती पर सवाल जनता के जले पर नमक छिड़कने जैसा: कांग्रेस नेता मनोज सिंह ठाकुर का सीएम विष्णु देव साय पर हमला

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा हाल ही में व्यापारियों और आम जनता से बार-बार यह पूछे जाने पर कि “जीएसटी में कटौती से आपको कितना लाभ मिला?”, कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के पूर्व सदस्य अधिवक्ता मनोज सिंह ठाकुर ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इस सवाल को जनता और व्यापारियों के लिए “जले पर नमक छिड़कने जैसा पीड़ादायक प्रश्न” बताया है।

ठाकुर ने कहा, “जनता भली-भांति जानती है कि सरकार जीएसटी लगाकर उनकी जेब से लगातार भारी रकम निकालती रही है। और अब जब भाजपा व मोदी सरकार ने जनता को लूटने के बाद थोड़ा सा कर कम किया है, तो यह महज़ छलावा है। जनता को लूटने के बाद राहत देने का यह दिखावा भाजपा सरकार के लिए शर्मनाक है।”

उन्होंने आगे कहा कि बढ़े हुए जीएसटी दरों ने आम नागरिकों की आर्थिक स्थिति को कमजोर किया है। “सरकार का मुख्य उद्देश्य जनता को राहत देना होना चाहिए, न कि उन्हें लूटना। मोदी सरकार और भाजपा की नीतियों ने देश की जनता को निरंतर परेशान किया है,” उन्होंने जोड़ा।

ठाकुर ने भाजपा सरकार से अपील की कि वह जनता को लूटने का यह सिलसिला तुरंत बंद करे और आम जनजीवन को आसान बनाने के लिए वास्तविक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि जनता को दिखावटी राहत नहीं, बल्कि दीर्घकालिक समाधान की जरूरत है।