Kawardha Navratri Special : महाष्टमी पर निकलेगी 108 मीटर चुनरी यात्रा- जसगीतों में झूमते युवाओं की टोली करेगी मातारानी का चुनरी श्रृंगार एवं सिंदूरार्चन
धर्मनगरी कवर्धा में इस वर्ष महाष्टमी पर भी माँ दुर्गा के प्रति आस्था और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। बाबा श्री महाकाल भक्त मंडल द्वारा लगातार पाँचवें वर्ष भव्य 108 मीटर चुनरी यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस बार भी किसी प्रकार के डीजे या धुमाल का उपयोग नहीं होगा, बल्कि धार्मिक वातावरण में जसगीतों की धुन पर झूमते युवाओं की टोली माँ का श्रृंगार और सिंदूरार्चन करेगी। यात्रा माँ महामाया मंदिर से प्रारंभ होकर माँ विंध्यवासिनी मंदिर में सम्पन्न होगी, जहाँ माँ को 108 मीटर चुनरी अर्पित की जाएगी। हिन्दू धर्म में 108 अंक पूर्णता और पवित्रता का प्रतीक है, जिसे ध्यान में रखकर चुनरी अर्पण किया जाएगा। यह यात्रा न केवल भक्ति का प्रतीक है बल्कि समाज को एकजुट करने का माध्यम भी है। आयोजन समिति और दर्जनों युवा सदस्य इस ऐतिहासिक आयोजन की तैयारी में जुटे हैं।

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | धर्मनगरी कवर्धा में इस वर्ष भी नवरात्र महोत्सव के पावन अवसर पर माँ दुर्गा के चरणों में आस्था और भक्ति का अद्वितीय समर्पण देखने को मिलेगा। बाबा श्री महाकाल भक्त मंडल द्वारा विगत चार वर्षों से लगातार आयोजित की जा रही माँ की चुनरी यात्रा इस बार भी भव्य रूप से संपन्न होगी।
विशेष बात यह है कि गतवर्ष की भांति इस बार भी किसी प्रकार के डीजे या धुमाल का प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर धार्मिक वातावरण में, जसगीतों की मधुर धुनों पर झूमते युवाओं की टोली मातारानी का 108 मीटर लंबी चुनरी से श्रृंगार और सिंदूरार्चन करेगी।
इस अनूठी परंपरा का उद्देश्य भक्ति, शांति और सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण करना है।
108 मीटर चुनरी से होगा माँ का श्रृंगार
आयोजन समिति के सदस्य विकास केशरी ने बताया कि इस वर्ष की चुनरी यात्रा माँ महामाया मंदिर से प्रारंभ होकर माँ विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचेगी। यात्रा के समापन पर माँ विंध्यवासिनी को 108 मीटर चुनरी अर्पित कर सिंदूर श्रृंगार किया जाएगा। हिन्दू धर्म में 108 अंक को पूर्णता और पवित्रता का प्रतीक माना गया है, 108 उपनिषद, 108 मणियों की माला और 108 नामों से देवी का आह्वान होता है,इसी धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए यह चुनरी अर्पण किया जाएगा।
धार्मिक और सामाजिक महत्व
यह चुनरी यात्रा न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि समाज को एकजुट करने का माध्यम भी है। बाबा श्री महाकाल भक्त मंडल द्वारा निरंतर धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे युवाओं को सकारात्मक दिशा और संगठन का अनुभव हो रहा है।
आकाश यदु ने बताया कि यह आयोजन सर्वजन कल्याण, मातृशक्ति के सम्मान और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण का प्रतीक है।
इसी महत्व को ध्यान मे रखते हुए महाष्टमी के पावन मौके पर 30 सितंबर को 108 मीटर लम्बी चुनरी यात्रा का आयोजन किया जा रहा है.
आयोजन की तैयारी में जुटे सदस्य
इस भव्य आयोजन की तैयारी में सुधीर केशरवानी, आकाश यदु, नीरज चन्द्रवंशी, अभिषेक आमदे, निक्कू आमदे, केतुल नाग, रुपेश चन्द्रवंशी, निमेश चन्द्रवंशी, चिराग यादव, युवराज चंदेल, प्रशांत मिश्रा, निखिल यदु जुगनू, अविनाश गुप्ता, करन सिंह धर्मी, शुभम शर्मा, विवेक जायसवाल, अंकित देवांगन,अंकित चौबे,यकीन ठाकुर, अमित धुर्वे, रितेश यदु, अनुराग साहू, अक्षय केशरी, गौरांश पाल, राजा झरिया,लोकेश जायसवाल सहित अनेक सदस्य जुटे हुए हैं।