नवरात्रि के तीन दिन पूर्व कोंडागांव के 11 श्रद्धालु पदयात्रा पर डोंगरगढ़ के लिए रवाना
कोंडागांव जिले के मुनगापदर मोहलई के 11 युवा नवरात्रि के तीन दिन पूर्व डोंगरगढ़ की 300 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा पर रवाना हुए। बमलेश्वरी माई के दर्शन और क्षेत्र की खुशहाली की कामना के साथ-साथ ये यात्रा स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश भी देती है।
UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कोंडागांव। शारदीय नवरात्र के पावन अवसर से तीन दिन पहले कोंडागांव जिले के मुनगापदर मोहलई के 11 श्रद्धालु डोंगरगढ़ के लिए पैदल यात्रा पर रवाना हुए। ये युवा बमलेश्वरी माई के दर्शन के लिए लगभग 300 किलोमीटर लंबी यात्रा करेंगे और क्षेत्र की खुशहाली की कामना करेंगे।
शनिवार को सुबह फरसगांव नगर में विश्राम के बाद ये श्रद्धालु पदयात्रा के लिए निकल पड़े। लचछीन सोढ़ी, कांतिलाल सोढ़ी, मुकेश सोढ़ी, गुड्डू सोढ़ी, तम्मू सोढ़ी, दिनेश नाग, नरेंद्र नाग, पूरन सोढ़ी, गिरधर कश्यप, भारत सोढ़ी और लकेश्वर सोढ़ी इस समूह में शामिल हैं।
पिछले वर्षों की परंपरा:
पिछले पांच वर्षों से यह समूह दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी माता के दर्शन के लिए लगभग 180 किलोमीटर की पैदल यात्रा करता रहा है। इस वर्ष उन्होंने नवरात्रि के पहले ही दिन अपने घर से डोंगरगढ़ के लिए कदम बढ़ाए। एक दिन में ये युवा 50 से 60 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं और यात्रा के दौरान आपसी उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा साझा कर रहे हैं।
स्वास्थ्य और जागरूकता का संदेश:
युवकों ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य ग्रामीण और शहरवासियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना भी है। उनका मानना है कि रोजाना कम से कम 2-3 किलोमीटर पैदल चलना स्वास्थ्य बनाए रखने और बीमारियों से दूर रहने के लिए जरूरी है।
धार्मिक महत्व:
इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य माता बमलेश्वरी के दर्शन करना और नवरात्रि के पावन अवसर पर क्षेत्र में खुशहाली और समृद्धि की कामना करना है।
इस तरह के उत्साहपूर्ण और श्रद्धापूर्ण कार्यक्रम न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत करते हैं बल्कि समाज में स्वास्थ्य और अनुशासन का संदेश भी फैलाते हैं।
