मक्का खरीदी को लेकर भारतीय किसान संघ का ज्ञापन, समर्थन मूल्य पर खरीद या भावांतर योजना में शामिल करने की मांग
भारतीय किसान संघ (म.प्र.) तहसील चौरई, जिला छिंदवाड़ा ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को ज्ञापन सौंपकर मक्का की खरीदी समर्थन मूल्य (MSP) पर करने या किसानों को भावांतर योजना में शामिल करने की मांग की। ज्ञापन में कृषि पंपों से मीटर हटाने, रबी सीजन में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने जैसी प्रमुख मांगें भी शामिल हैं।
UNITED NEWS OF ASIA. वीरन लाल यादव, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के प्रमुख मक्का उत्पादक जिलों में से एक छिंदवाड़ा के किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर एक बार फिर सरकार का ध्यान आकर्षित किया है। भारतीय किसान संघ (म.प्र.) तहसील चौरई, जिला छिंदवाड़ा ने 4 नवंबर 2025 को मुख्यमंत्री मोहन यादव को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन तहसीलदार चौरई के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिसमें किसानों की मुख्य चिंता मक्का की उचित कीमत को लेकर सामने आई।
किसान संघ के ज्ञापन में कहा गया कि छिंदवाड़ा जिले में बड़ी मात्रा में मक्का की खेती होती है, लेकिन वर्तमान में किसानों को बाजार में उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। इस स्थिति में किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। संघ ने मांग की है कि सरकार मक्का की खरीदी को समर्थन मूल्य (MSP) पर सुनिश्चित करे या फिर किसानों को भावांतर योजना में शामिल करे, जिससे उन्हें न्यूनतम लाभकारी मूल्य मिल सके।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि शहरी क्षेत्र के किसानों के कृषि पंपों में लगे मीटरों को हटाया जाए और पूर्ववत फ्लैट रेट बिलिंग प्रणाली को पुनः लागू किया जाए। संघ का कहना है कि छह माह की बिलिंग व्यवस्था किसानों के लिए अधिक उपयोगी और व्यावहारिक है।
इसके अतिरिक्त आगामी रबी सीजन में खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग भी की गई है, ताकि किसान समय पर बुवाई कर सकें और कृषि कार्य बाधित न हो।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से मरसिंह चौधरी (प्रांत मंत्री), राहुल कुमार वसूले (जिला मंत्री), वेद प्रकाश शर्मा (जिला उपाध्यक्ष), योगेश शर्मा (तहसील अध्यक्ष), भरत राजपूत (तहसील मंत्री) सहित अनेक तहसील और ग्राम स्तर के पदाधिकारी एवं किसान उपस्थित रहे।
किसान संघ ने उम्मीद जताई है कि राज्य सरकार किसानों की इन वास्तविक मांगों पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेगी, ताकि प्रदेश के अन्नदाताओं को राहत मिल सके और कृषि उत्पादन में स्थिरता बनी रहे।
