जीवन विद्या शिविर में बच्चों के साथ संबंधों और पारिवारिक मूल्यों पर विशेष चर्चा

रायपुर में जीवन विद्या शिविर में प्रबोधक सोमदेव त्यागी ने बच्चों और परिवार के संबंधों, सम्मान, स्नेह और दृष्टिकोण बदलने के महत्व पर व्याख्यान दिया।

Oct 9, 2025 - 18:16
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जीवन विद्या शिविर में बच्चों के साथ संबंधों और पारिवारिक मूल्यों पर विशेष चर्चा

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। जीवन विद्या शिविर के तीसरे दिन “संबंधों की पाठशाला” विषय पर विशेष चर्चा आयोजित की गई। प्रबोधक सोमदेव त्यागी ने बच्चों और परिवार के संबंधों पर विचार साझा करते हुए कहा कि आज माता-पिता अपने बच्चों को भौतिक सुविधाएँ प्रदान करते हैं, पर जीवन और संबंध निभाने की शिक्षा नहीं देते।

शिविर में त्यागी ने बताया कि बच्चों में अक्सर यह सवाल उठता है कि “आपने मेरे लिए क्या किया?” इसका कारण यह है कि उन्होंने केवल शरीर की आवश्यकताओं को पूरा किया, लेकिन सम्मान, स्नेह और अच्छे आचार-व्यवहार की शिक्षा नहीं दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिवार में बच्चों को जीने की ट्रेनिंग और संबंध निभाने का पाठ पढ़ाना अनिवार्य है।

उन्होंने कहा कि पति-पत्नी और भाई-बहन के बीच प्यार और सहयोग का अभाव बच्चों में भी संबंधहीनता पैदा करता है। यही कारण है कि युवा पीढ़ी शादी और स्थायी संबंधों से बचती है।

श्री त्यागी ने यह भी बताया कि मानव का आचरण निश्चित नहीं है क्योंकि लोग खुद को केवल शरीर मानते हैं। जीवन का उद्देश्य समझने और दृष्टिकोण बदलने से ही व्यवहार और संबंध निश्चित हो सकते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि शेर भूखा मर जाएगा पर घास नहीं खाएगा, और गाय मर जाएगी पर मांस नहीं खाएगी, जबकि मानव का आचरण बदलता रहता है।

कार्यक्रम में बच्चों और अभिभावकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और मध्यस्थ दर्शन एवं अस्तित्ववाद आधारित चेतना विकास शिक्षा के महत्व को समझा। शिविर 13 अक्टूबर तक अग्रसेन धाम में आयोजित रहेगा।