खनिज तस्करों की मनमानी से कोण्डागांव में बढ़ा खतरा, मासूम बच्चों की जान पर बन आया संकट
कोण्डागांव जिले में अवैध गौण खनिज उत्खनन लगातार जारी है। 15 दिन पहले गड्ढे में डूबकर एक मासूम की मौत होने के बाद भी खनिज तस्कर सबक नहीं ले रहे। कोपाबेड़ा इलाके में खनन माफिया की मशीनों के पास ही बच्चे खतरनाक गड्ढों में डुबकियां लगाते मिले। राजस्व विभाग ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कोंडागांव | जिले में अवैध गौण खनिज उत्खनन का खतरनाक खेल लगातार जारी है और खनिज तस्करों की मनमानी अब सीधे तौर पर मासूम बच्चों की जान पर भारी पड़ रही है। महज 15 दिन पहले जिले में खुले गड्ढे में डूबकर एक मासूम बच्चे की दर्दनाक मौत हुई थी, लेकिन इस घटना से भी खनिज माफियाओं ने कोई सबक नहीं लिया। जिले में खनिज उत्खनन करने वाले तस्कर इतने बेखौफ हैं कि वे बिना किसी अनुमति के 15 से 20 फीट गहरे गड्ढे खोद रहे हैं और इन खतरनाक गड्ढों को बिना सुरक्षा के खुले छोड़ दे रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
ऐसा ही खतरनाक दृश्य कोण्डागांव से लगे कोपाबेड़ा गांव में सामने आया, जहाँ खनन माफिया द्वारा चेन माउंटेन मशीन से अवैध खनिज उत्खनन किया जा रहा था। मशीन और हाइवा गाड़ियों की आवाजाही के बीच ही उत्खनन से बने गहरे गड्ढे में स्थानीय मासूम बच्चे डुबकियां लगाते दिखाई दिए। यह देखकर स्पष्ट था कि खनिज माफियाओं को न तो नियमों की परवाह है और न ही लोगों की सुरक्षा की। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने इस स्थिति को बेहद चिंताजनक बताते हुए तत्काल प्रशासन और मीडिया को सूचना दी।
जानकारी के अनुसार, जिस भूमि पर यह उत्खनन चल रहा था, वह रूप राय पिता मेहतर के नाम दर्ज है। बताया गया कि खनिज परिवहन करने वाले माफियाओं ने बर्तन धोने के नाम पर वहां बड़ा गड्ढा खोद दिया था, लेकिन सच्चाई यह है कि इस गड्ढे का उपयोग खनन और पानी भरने के लिए किया जा रहा था। सबसे चिंताजनक बात यह रही कि खनन मशीन चल रही थी और उसी समय बच्चे गड्ढे में नहा रहे थे, जिन्हें रोकने वाला कोई नहीं था। प्रशासनिक लापरवाही और खनिज माफियाओं की मनमानी से किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता था।
सूचना पर राजस्व विभाग की टीम, जिसमें डिप्टी कलेक्टर रश्मि पोया भी शामिल थीं, मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और नियमों के अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध खनन पर रोक लगे बिना ऐसे हादसे बार-बार होते रहेंगे।
इस घटना ने एक बार फिर जिले में सक्रिय खनिज माफियाओं और प्रशासनिक व्यवस्था की सच्चाई को उजागर कर दिया है। लोगों की सुरक्षा के लिए सख्त कार्रवाई और अवैध खनन पर तत्काल रोक की जरूरत है, वरना स्थिति और गंभीर हो सकती है।