हाटकोंदल ग्रामीण बैठक में सांसद भोजराज नाग ने कलवर माइंस पर वादाखिलाफी के आरोपों पर जताई चिंता
कांकेर के हाटकोंदल में आयोजित ग्रामीण बैठक में सांसद भोजराज नाग ने कलवर माइंस प्रबंधन पर वादाखिलाफी और स्थानीय युवाओं को रोजगार न देने के आरोपों पर चिंता व्यक्त की। सांसद ने प्रशासनिक कार्रवाई और सुधार का भरोसा दिलाया।
UNITED NEWS OF ASIA. राजेंद्र मांडवी, कांकेर । ग्राम हाटकोंदल में आयोजित ग्रामीण बैठक में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग ने ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और कलवर माइंस प्रबंधन पर उठाए गए आरोपों पर चिंता जताई। बैठक में उपस्थित ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि खदान के संचालन के बावजूद गांव में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की हालत दयनीय है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि माइंस प्रबंधन ने जनसुनवाई में जो वादे किए थे, उन्हें अब तक पूरा नहीं किया गया। खदान में बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, जबकि स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता नहीं मिल रही है। इसके अलावा खदान से उत्पन्न प्रदूषण और लाल पानी से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं।
सांसद भोजराज नाग ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि यह स्थिति अनुचित है और जनसुनवाई में किए गए वादों को पूरा करना माइंस प्रबंधन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वे प्रशासनिक अधिकारियों और माइंस प्रबंधन से बात करेंगे और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित कराने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे। सांसद ने बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए सड़क और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार कराने का भरोसा भी दिया।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र टेकाम, जनपद सदस्य पीलम नरेटी, अशोक जैन, सरपंच हरिशा मण्डावी, उमेश्वरी मंडावी, सियाराम मंडावी समेत अन्य पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे और किसी भी तरह के डर या दबाव में नहीं आएंगे।
सांसद भोजराज नाग ने स्पष्ट किया कि ग्रामीणों के अधिकारों की रक्षा करना और उनकी समस्याओं को हल कराना प्रशासन और माइंस प्रबंधन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में ग्रामीणों ने अपने अधिकारों और विकास के मुद्दों पर सांसद को विस्तार से जानकारी दी। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि गांवों में विकास और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए सतत प्रयास जारी रहेंगे।
यह बैठक हाटकोंदल क्षेत्र में ग्रामीणों और प्रशासन के बीच एक सकारात्मक संवाद का उदाहरण बनी, जिससे स्थानीय समस्याओं के समाधान की उम्मीद और भरोसा बढ़ा।
